कहीं छीन न जाए आजादी का मंच

हर देश आजाद हो गया। मगर आजाद देश के बशिंदों द्वारा चुने गए शासक एक बार फिर तानाशाह का रवैया अपनाने लगे हैं, जो शुभ संकेत नहीं। एक पल में हमारी डाक पहुंचाने वाले गूगल ने समर्थन मांगा है, आजादी के लिए। गूगल ने अपने होमपेज पर ''मुक्त और खुला इंटरनेट पसंद है ? विश्व सरकार को उस तरह रखने के लिए कहें'' और  Love the free and open Internet? Tell the world's governments to keep it that way. लिखकर आपका समर्थन मांगा है। गूगल को संदेह है कि कुछ देशों की सरकारें बंद कमरों में बैठ कर इंटरनेट को सेंसर की जंजीरों से जकड़ने का प्रयास कर रही है। अगर अब आवाज न उठी तो हो सकता है कि हमारी आवाज को बुलंद करने वाला मंच हम से छीन जाए।

आओ मिलकर आवाज उठाएं। निम्‍न लिंक पर क्‍लिक करें। और समर्थन दें। 

 Love the free and open Internet? Tell the world's governments to keep it that way.





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