मेरा पतंगवा



चले पवन
छूए गगन
मेरा पतंगवा
(पतंगवा-पतंग)

चक्क दे! फट्टे
आखण बच्चे
(आखण-कहन)
सबका है
अपना ही ढंगवा
(ढंगवा-अंदाज)
मेरा पतंगवा

पवन जब सींचे
डोरी को खींचे
करे बड़ा तंगवा
मेरा पतंगवा

मस्त लगे
हवा में झूमे
देख किसी
परी को घूमे
( परी-स्त्री पतंग)
न घबराए,
जानबुझ जाए
पेचा लगाए
उसके संगवा
मेरा पतंगवा

सोचा ही नहीं
कटा हाथ कहीं
वापिस ही न आएगा
मस्त तिरंगवा
मेरा पतंगवा

टिप्पणियाँ

  1. जैक एंड जिलवा वैंट अप द हिलवा, पनिया भरन के वास्ते वाले स्टाइल में...

    मेरा पतंगवा, गया हाई राइस असमनवा,
    दूसरों की पतंगिया कटिंग के वास्ते...

    जय हिंद...

    जवाब देंहटाएं
  2. मस्त लगे
    हवा में झूमे
    देख किसी
    परी को घूमे
    ( परी-स्त्री पतंग)
    न घबराए,
    जानबुझ जाए
    पेचा लगाए
    उसके संगवा
    मेरा पतंगवा
    वाह बेटा तुम्हारा पतंगवा तो कमाल का ऊड रहा है । सुन्दर रचना बधाईयाँ

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत खूब भाई , ये अन्दाज भी खूब भायी ।

    जवाब देंहटाएं

एक टिप्पणी भेजें

हार्दिक निवेदन। अगर आपको लगता है कि इस पोस्‍ट को किसी और के साथ सांझा किया जा सकता है, तो आप यह कदम अवश्‍य उठाएं। मैं आपका सदैव ऋणि रहूंगा। बहुत बहुत आभार।

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सवारी अपने सामान की खुद जिम्मेदार

हैप्पी अभिनंदन में महफूज अली

महात्मा गांधी के एक श्लोक ''अहिंसा परमो धर्म'' ने देश नपुंसक बना दिया!

पति से त्रसद महिलाएं न जाएं सात खून माफ

fact 'n' fiction : राहुल गांधी को लेने आये यमदूत

सर्वोत्तम ब्लॉगर्स 2009 पुरस्कार

सदन में जो हुआ, उसे रमेश बिधूड़ी के बिगड़े बोल तक सीमित न करें