विश्‍व की सबसे बड़ी दस कंपनियां

हम सब ग्‍लोबल इकोनॉमी में रहते हैं। 1962 में कानेडियन दार्शनिक मार्शल मैकलुहान अपनी परिभाषा को 'ग्‍लोबल विलेज' के साथ आगे बढ़े। उन्‍होंने अपनी किताब में इस बात पर प्रकाश डाला कि किस तरह ग्‍लोबल और एक गांव के बीच संबंध स्‍थापित हो रहा है, एक इलेक्‍ट्रोनिक तकनीकी के कारण और जानकारी के तात्कालिक आंदोलन के कारण हर तिमाही पर हर जगह से एक ही समय पर सूचना उपलब्‍ध हो जाती है। इंटरनेट ने हमारे सोचने और सूचना प्राप्‍त करने का तरीका बदल दिया। हम बिजनस कर रहे हो या ट्रेवल, हमको हमेशा एक बात दिमाग में रखनी चाहिए कि हम ग्‍लोबल नेटवर्क में सक्रिय हैं। औद्योगिक क्रांति के कारण बढ़े कंप्यूटर के व्‍यापाक स्‍तर पर इस्‍तेमाल और बढ़ती जरूरतों के लिए व्‍यापाक पैमाने पर बढ़ी माल उत्‍पादन जरूरत ने छोटी कंपनियों को पीछे धकेल दिया, और इस क्रांति के कारण वे विश्‍व की सबसे बड़ी कंपनियों और फैक्‍ट्रियों के समूह बन गये। आज उनके पास लाखों कर्मचारी हैं, और अरबों में उनकी कीमत है। आज आप की मुलाकात विश्‍व की ऐसी दस बड़ी कंपनियों से करवाने जा रहे हैं, जिनका राजस्व बताता है कि उनकी हैसियत कितनी है।

वॉक्‍सवैगन {वॉल्क्सवेज़न} ग्रुप
राजस्‍व - 250 बिलियन डॉलर
वॉक्‍सवैगन ग्रुप की स्‍थापना 1937 में नेशनल सोशलिस्‍ट पार्टी की ओर से छोटी कार बनाने के लिए हुई थी, लेकिन मौजूदा समय में कंपनी के पास विश्‍व के 27 देशों में 100 ज्‍यादा फैक्‍ट्रियां हैं, और फैक्‍ट्रियों में पांच लाख से अधिक लोग कार्यरत हैं। इस कंपनी का मुख्‍यालय जर्मनी के वोल्फ़्सबर्ग में है। कंपनी का बिजनस 153 देशों में विस्‍तार कर चुका है। कंपनी का राजस्‍व 2012 में 250 बिलियन डॉलर था।

स्‍टेट ग्रिड कोर्पोरेशन ऑफ चाइना
राजस्‍व : 290 बिलियन डॉलर
यह विश्‍व की सबसे बड़ी बिजली वितरित करती कंपनी है। इस कंपनी में कर्मचारियों की संख्‍या 15 लाख से भी ज्‍यादा है। यह कंपनी पूरे चाइना में बिजली सप्‍लाई देती है। इस कंपनी की स्‍थापना 2002 में उस समय हुई, जब स्‍टेट पॉवर कोर्पोरेशन ऑफ चाइना का विभाजन हुआ। साल 2012 में कंपनी का राजस्‍व 290 बिलियन डॉलर था।

विटोल ग्रुप
राजस्‍व : 303 बिलियन डॉलर
विटोल ग्रुप डच स्वामित्व वाली बहुराष्ट्रीय व्यापार कंपनी है। इस कंपनी की स्‍थापना 1966 में रोर्टडम में की गई। विटोल समूह कच्‍चे तेल, कार्बन उत्सर्जन, कोयला, प्राकृतिक गैस, कृषि से जुड़े उत्‍पादों का व्‍यापार करता है। कंपनी के जहाज 400 मिलियन टन कच्‍चा तेल प्रति वर्ष ढोहते हैं। यह दुनिया में सबसे बड़ी ऊर्जा व्यापारी कंपनी है। विटोल एक निजी कंपनी है, जहां पर लगभग 2800 कर्मचारी काम करते हैं। इस कंपनी का 2013 जनवरी में राजस्‍व 303 बिलियन डॉलर था।

साउदी अमैर्को
राजस्‍व : 365 बिलियन डॉलर
साउदी अरबिया के डाहरान स्‍थित साउदी अमैर्को, का आधिकारिक नाम साउदी अरबियन ऑयल कंपनी है। यह प्राकृतिक ऑयल और गैस आधारित कंपनी है। यह कंपनी आज विश्‍व की सबसे बड़ी कंपनी है, जिसके पास सबसे बड़ा तेल भंडार क्षेत्र है। इस कंपनी की कीमत दस ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर कीमत हो चुकी है। साल 2011 में इसका राजस्‍व लगभग 365 बिलियन डॉलर था।

ब्रिटिश पेट्रोलियम
राजस्‍व : 370 बिलियन डॉलर
ब्रिटिश पेट्रोलियम बीपी ब्रिटिश ऑयल और गैस कंपनी, जिसका मुख्‍यालय लंडन में है, और आज कंपनी का कारोबार लगभग 80 देशों में चल रहा है। कंपनी प्रति दिन 3.3 मिलियन बैरल ऑयल का उत्‍पादन करती है। कंपनी के पास 20 हजार से अधिक सर्विस स्‍टेशन हैं। कंपनी का 2012 में रेवन्‍यु 370 बिलियन डॉलर था।

सिनेपॉक ग्रुप
राजस्‍व : 411 बिलियन डॉलर
चाइना पेट्रोकैमिकल कॉर्पोरेशन ऑयल रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल एंटरप्राइजेज के रूप में एशिया की सबसे बड़ी कंपनी है। साल 2007 में यह कंपनी चाइना के 500 एंटरपाइजेस में नंबर वन थी। साल 2012 में इस कंपनी का राजस्‍व 411 बिलियन डॉलर रहा।

चाइना नेशनल पेट्रोलियम कंपनी
रेवन्‍यु : 425 बिलियन डॉलर
चाइना नेशनल पेट्रोलियम कंपनी, सरकारी स्‍वामित्‍व वाला ऑयल और गैस निगम है। इस कंपनी में 4 लाख से अधिक कर्मचारी काम करते हैं और कंपनी 30 से अधिक अंतरराष्‍्ट्रीय अन्‍वेषण और उत्‍पादन परियोजनाओं को ऑपरेट कर रही है। कंपनी का साल 2012 में वाली 425 बिलियन डॉलर रहा।

एक्सॉन मोबिल
वाली : 453 बिलियन डॉलर
एक्सॉन मोबिल कॉर्पोरेशन अमेरिकी बहुराष्ट्रीय तेल और गैस निगम है। इसका मुख्‍यालय इरविंग, टेक्सास में है। इस कंपनी की सबसे बड़ी शेयरधारक बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन है। यह कंपनी इंपीरियल तेल के साथ जुड़ी हुई है, जो कनाडा से ऑपरेट होती है।  2012 में, इस कंपनी का राजस्‍व 453 बिलियन डॉलर था। एक्‍सॉन मोबिल कॉर्पोरेशन का गठन 1999 में हुआ, जब एक्‍सॉन और मोबिल का विलय हुआ, जिसका पूर्व नाम क्रमश: स्‍टैंडर्ड ऑयल ऑफ न्‍यू यॉर्क और स्‍टैंडर्ड ऑयल ऑफ न्‍यूजर्सी था।

रॉयल डच शैल
राजस्‍व : 467 बिलियन डॉलर
रॉयल डच शैल कंपनी का गठन 1907 में दो प्रतिद्वंद्वियों रॉयल डच पेट्रोलियम कंपनी और यूके की शैल ट्रांसपोर्ट एंड ट्रेडिंग कंपनी के विलय से हुआ। कंपनी विश्‍व के 90 देशों में 40 हजार से अधिक सर्विस स्‍टेशन ऑपरेट करती है। कंपनी 3.1 मिलियन बैरल ऑयल के आस पास प्रतिदिन उत्‍पादन करती है। कंपनी का साल 2012 में 467 बिलियन डॉलर राजस्‍व था।

वॉल मार्ट स्‍टार्स इंक
राजस्‍व : 469 बिलियन डॉलर
वॉल-मार्ट स्‍टोर्स इंक, जो वॉलमार्ट के नाम से विश्‍व भर में प्रसिद्ध है। यह एक अमेरिकी बहुराष्‍ट्रीय रिटेल कंपनी है, जो रियायत दर वाले बड़े बड़े करियाणा स्‍टोर व गोदाम चलाती है। 2013 की फॉर्च्‍यून ग्‍लोबल 500 रैंकिंग के अनुसार, यह कंपनी विश्‍व का दूसरा सबसे बड़ा सार्वजनिक निगम है, और दो मिलियन कर्मचारियों के साथ दुनिया का सबसे बड़ा निजी नियोक्‍ता है। इसके अलावा दुनिया का सबसे बड़ा खुदरा व्‍यापारी है। कंपनी का 2012 में राजस्‍व 469 बिलियन डॉलर था।

स्रोत : क्‍लिक टॉप टेन डॉट कॉम व अन्‍य स्रोत


कुलवंत हैप्‍पी, संचालक Yuvarocks Dot Com, संपादक Prabhat Abha हिन्‍दी साप्‍ताहिक समाचार पत्र, उप संपादक JanoDuniya Dot Tv। पिछले दस साल से पत्रकारिता की दुनिया में सक्रिय, प्रिंट से वेब मीडिया तक, और वर्तमान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की छाया में।

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