Ad Review : 'इंडिया वांट्स टू नाउ' इमेजिंग

फिल्‍मों का रिव्‍यू होता था। किताबों का रिव्‍यू होता था। फिर ट्रेलर और टीज़र का भी रिव्‍यू होने लगा। बहुत सारे विज्ञापन दिल को छू जाते हैं। कल Flipkart  का नया विज्ञापन देखने बाद खयाल आया, क्‍यूं न विज्ञापन की भी समीक्षा की जाए।

आज के लोग कुछ नया करना चाहते हैं। हर चीज के साथ नये नये अनुभव करना चाहते हैं। अच्‍छी बात है। कभी कभी अनुभव कड़वे तो कभी कभी शहद से भी मीठे साबित होते हैं। आप ब्रुश कर रहे हैं अचानक एक मीडिया कर्मी आपके घर में घुसता है, और पूछता है कि आपके टूथपेस्‍ट में नमक है। फिर एक और विज्ञापन आपको देखने को मिला होगा तोते को डेंडरफ वाला। दोनों में मीडिया की धज्‍जियां उड़ाई गई थी। दोनों में एंटरटेनमेंट या अपील जैसी कोई बात नहीं थी।

लेकिन Flipkart  का नया विज्ञापन ख़बरी चैनलों पर चलने वाले डिबेट शो पर आधारित एक इमेजिंग विज्ञापन है। यह विज्ञापन अंग्रेजी चैनल के बेहद लोकप्रिय और ब्रांड बन चुके अर्नब गोस्वामी को ध्‍यान में रख कर बनाया गया है। विज्ञापन हिन्‍दी चैनल को भी ध्‍यान में रखकर बनाया जा सकता था, लेकिन विज्ञापन कंपनी का टार्गेट हिंग्‍लिश यूथ है। जो थोड़ी हिन्‍दी और इंग्‍लिश जानता है। विज्ञापन में बच्‍चों को लिया गया है, जिन्‍होंने बेहद बेहतरीन तरीके से अर्नब गोस्‍वामी और अन्‍य गेस्‍टों की भूमिका निभाई। 45 सेकेंड का विज्ञापन किसी तीन घंटे लम्‍बी कॉमेडी से बेहतर लगता है। बच्‍चों ने ख़बरिया चैनलों के एंकरों से भी बेहतर काम कर दिखाया है। यकीनन यह विज्ञापन फिल्‍पकार्ट की कमाई में इजाफा करने में बेहतर भूमिका निभायेगा। फिल्‍पकार्ट के इस नये विज्ञापन को Happy Creative Services की ओर से तैयार किया गया है। देखिये और आनंद लीजिए।

 



कुलवंत हैप्‍पी, संचालक Yuvarocks Dot Com, संपादक Prabhat Abha हिन्‍दी साप्‍ताहिक समाचार पत्र, उप संपादक JanoDuniya Dot Tv। पिछले दस साल से पत्रकारिता की दुनिया में सक्रिय, प्रिंट से वेब मीडिया तक, और वर्तमान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की छाया में।

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