fact 'n' fiction : रेवाड़ी रैली, ताऊ लगता है मोदी मामू बना गया
शब्दी गोला बारूद लाये हो न भाई। |
हरियाणा के रेवाड़ी शहर में गुजरात के मुख्यमंत्री व संभावित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व सैनिकों की रैली को संबोधन किया। इस रैली में नरेंद्र मोदी ने जमकर सीमा पर खड़े जवानों की तारीफ की। खुद को भी श्रेय देने से बिल्कुल नहीं चुके। प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनने के बाद ज्यादा गर्मजोशी में नजर आये। इस मौके पर वन रेंक वन पेंशन की बात की, लेकिन पूर्व सैनिकों को भरोसा नहीं दिलाया कि वे सरकार बनने पर उसके लिए कुछ खास करेंगे।
नरेंद्र मोदी ने पूरा ध्यान सीमा पर खड़े जवानों पर लगा दिया। पूर्व सैनिक सोच रहे थे, शायद आज गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और संभावित प्रधानमंत्री कुछ ऐसी घोषणा करेंगे, जो उनके दर्द को कम करेगी, लेकिन नरेंद्र मोदी ने संप्रग को वन रेंक वन पेंशन पर श्वेत पत्र लाने की सलाह देने के अलावा कुछ नहीं दिया। रोजगार की बात करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम को हथियार इम्पोर्ट करने बंद करने चाहिए, हमको भारत में हथियार बनाकर बेचने चाहिए। इसके लिए कॉलेजों में विशेष कोर्सों का प्रबंधन किया जाये।
नरेंद्र मोदी की इस रैली के बाद दुनिया की नम्बर वन फेक टॉक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा, 'हम बहुत जल्द चुनाव आयोग को पत्र लिखकर निवेदन करेंगे कि आगामी चुनावों में पोलिंग बूथों पर सेना जवानों की तैनाती न की जाये, क्यूंकि नरेंद्र मोदी ने उनका हृदय परिवर्तन कर दिया है, ऐसे में सेना जवानों की तैनाती चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करेगी।' हालांकि हथियार वाली बात पर प्रतिक्रिया देने से दिग्विजय सिंह कतराते हुए नजर आये।
उधर, व्हाइट हाउस से बराक ओबामा के सहयोगियों ने फेक टॉक से बात करते हुए कहा कि अमेरिका कल तक सीरिया को लेकर परेशान था, लेकिन अब वे भारत को लेकर भी चिंता में है, क्यूंकि मौजूदा भारतीय सरकार ने उसको सीरिया पर हमला करने के लिए समर्थन नहीं दिया, और आने वाली संभावित सरकार भारत में हथियार बनाने की बात कर रही है, ऐसे में अमेरिका का बेड़ा गर्क हो जायेगा।, हालांकि गुप्त सूत्रों से जानकारी मिली है कि बहुत जल्द नरेंद्र मोदी को अमेरिका का वीजा दिया जायेगा, और उनकी हथियार निर्माण योजना में अमेरिका बहुत ज्यादा निवेश करने के लिए तैयार है।
नरेंद्र मोदी के करीबी फर्जी सूत्रों का कहना है कि हथियार बनाने का पूरा जिम्मा साधू यादव को सौंपा जायेग, जिन्होंने पिछले दिनों गुजरात के मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी। वैसे भी नीतिश कुमार के आने से पहले बिहार के एक क्षेत्र में देशी हथियार बनाने का धंधा जोरों पर था। इतना ही नहीं, इस रैली के बाद नरेंद्र मोदी को गूगल सर्च इंजन में बराक ओबामा से भी ज्यादा सर्च किया गया, बताया जा रहा है कि अमेरिकी हथियार निर्माता कंपनियों में काम कर रहे कर्मचारी अपना बायोडाटा मेल करने के लिए नरेंद्र मोदी का संपर्क एड्रेस खोज रहे थे, हालांकि उनको नतीजे में एक टेलीफोन नम्बर मिला, जिस पर डायल करने के बाद उनको नरेंद्र मोदी का केवल लाइव भाषण सुनाई पड़ा।
नरेंद्र मोदी ने पूरा ध्यान सीमा पर खड़े जवानों पर लगा दिया। पूर्व सैनिक सोच रहे थे, शायद आज गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और संभावित प्रधानमंत्री कुछ ऐसी घोषणा करेंगे, जो उनके दर्द को कम करेगी, लेकिन नरेंद्र मोदी ने संप्रग को वन रेंक वन पेंशन पर श्वेत पत्र लाने की सलाह देने के अलावा कुछ नहीं दिया। रोजगार की बात करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम को हथियार इम्पोर्ट करने बंद करने चाहिए, हमको भारत में हथियार बनाकर बेचने चाहिए। इसके लिए कॉलेजों में विशेष कोर्सों का प्रबंधन किया जाये।
नरेंद्र मोदी की इस रैली के बाद दुनिया की नम्बर वन फेक टॉक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा, 'हम बहुत जल्द चुनाव आयोग को पत्र लिखकर निवेदन करेंगे कि आगामी चुनावों में पोलिंग बूथों पर सेना जवानों की तैनाती न की जाये, क्यूंकि नरेंद्र मोदी ने उनका हृदय परिवर्तन कर दिया है, ऐसे में सेना जवानों की तैनाती चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करेगी।' हालांकि हथियार वाली बात पर प्रतिक्रिया देने से दिग्विजय सिंह कतराते हुए नजर आये।
उधर, व्हाइट हाउस से बराक ओबामा के सहयोगियों ने फेक टॉक से बात करते हुए कहा कि अमेरिका कल तक सीरिया को लेकर परेशान था, लेकिन अब वे भारत को लेकर भी चिंता में है, क्यूंकि मौजूदा भारतीय सरकार ने उसको सीरिया पर हमला करने के लिए समर्थन नहीं दिया, और आने वाली संभावित सरकार भारत में हथियार बनाने की बात कर रही है, ऐसे में अमेरिका का बेड़ा गर्क हो जायेगा।, हालांकि गुप्त सूत्रों से जानकारी मिली है कि बहुत जल्द नरेंद्र मोदी को अमेरिका का वीजा दिया जायेगा, और उनकी हथियार निर्माण योजना में अमेरिका बहुत ज्यादा निवेश करने के लिए तैयार है।
नरेंद्र मोदी के करीबी फर्जी सूत्रों का कहना है कि हथियार बनाने का पूरा जिम्मा साधू यादव को सौंपा जायेग, जिन्होंने पिछले दिनों गुजरात के मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी। वैसे भी नीतिश कुमार के आने से पहले बिहार के एक क्षेत्र में देशी हथियार बनाने का धंधा जोरों पर था। इतना ही नहीं, इस रैली के बाद नरेंद्र मोदी को गूगल सर्च इंजन में बराक ओबामा से भी ज्यादा सर्च किया गया, बताया जा रहा है कि अमेरिकी हथियार निर्माता कंपनियों में काम कर रहे कर्मचारी अपना बायोडाटा मेल करने के लिए नरेंद्र मोदी का संपर्क एड्रेस खोज रहे थे, हालांकि उनको नतीजे में एक टेलीफोन नम्बर मिला, जिस पर डायल करने के बाद उनको नरेंद्र मोदी का केवल लाइव भाषण सुनाई पड़ा।
सोशल मीडिया वाले सही कहते हैं तू यार बड़ा फेकु है |
समाजवादी पार्टी व जेडीयू के नेताओं ने फर्जी मीडिया एजेंसी फेकटॉक को अमरेली शहर की तस्वीर दिखाते हुए, ( जिसमें लोग पानी के लिए तरस रहे हैं, वहां टैंकियां तो हैं पानी नहीं) कहा कि अमरेली शहर में गुजरात के मुख्यमंत्री ने पानी नहीं पहुंचाया, लेकिन बॉर्डर पर पानी पहुंचा दिया, इसके पीछे की मंशा की पूर्ण रूप से स्वतंत्र जांच होनी चाहिये, हो सके तो इस मामले की जांच सीबीआई से होनी चाहिए। हालांकि वे समुद्री पानी को पीने लायक बनाकर भी सेना जवानों को दे सकते थे, नर्मदा का पानी खींचकर लेकर जाने की क्या जरूरत थी। अब तो पसीने से पानी बनाने वाली मशीनें आ गई हैं।
फेक टॉक संवाददाताओं को रैली के बाद कुछ ऐसे फर्जी टेप मिले हैं, जिसमें लोगों को कहते हुए सुना गया, ताऊ, यह तो मामू बनाकर चला गया। रैली पूर्व सैनिकों की, और बात बॉर्डर पर खड़े सैनिकों की, यह बात तो 15 अगस्त को भी कर लेते, और आने वाली 26 जनवरी को भी कर सकते थे, लेकिन हमारी मांगों का क्या ? अटलजी की सरकार का छुनछुना थमाकर चला गया, बजाते रहो। न बैटरी खत्म होगी, न सुर ताल बिगड़ेगा, बस बजाते रहो। जंगल में भी, घर में भी, क्यूंकि नेटवर्क टूटने का डर नहीं।
कुलवंत हैप्पी, संचालक Yuvarocks Dot Com, संपादक Prabhat Abha हिन्दी साप्ताहिक समाचार पत्र, उप संपादक JanoDuniya Dot Tv। पिछले दस साल से पत्रकारिता की दुनिया में सक्रिय, प्रिंट से वेब मीडिया तक, और वर्तमान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की छाया में।
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बहुत बढ़िया व्यंग..!!
जवाब देंहटाएंआपका बहुत बहुत शुक्रिया।
हटाएंऐसा है महोदय कि एक बार सभी लोग मोदी जी को मौका देकर देखना चाहते हैं, सभी लोग भले की उम्मीद लगाये बैठे हैं, नतीजा क्या निकलेगा ये कोई नहीं कह सकता, लेकिन आप कहना क्या चाहते हैं ये स्पस्ट नहीं हुआ लेकिन यह जरूर समझ आया कि आप मोदी विरोधी हैं,
जवाब देंहटाएंशुक्रिया।
हटाएंनिवेदन एक आलेख से नजरिया न बनायें। मेरे यहां आपको नरेंद्र मोदी के गुणगान गाते हुए आलेख मिल जायेंगे।
सुन्दर !!
जवाब देंहटाएंशुक्रिया।
हटाएंहौसला बुलंद करने के लिए और समय देने के लिए।
बढ़िया लेख , बधाई
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