43वां भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव आज से शुरू
43वां भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव मंगलवार से गोवा में शुरू हो रहा है। यह महोत्सव 20 से 30 नवंबर तक चलेगा। उद्घाटन समारोह के लिए सिने सितारे अक्षय कुमार मुख्य अतिथि होंगे। इस अवसर पर सूचना और प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी उपस्थित होंगे। उनके साथ पोलैंड के संस्कृति मंत्री और गोवा के मुख्य मंत्री मनोहर पर्रिकर भी मौजूद होंगे।
दस दिवसीय इस महोत्सव में दर्शकों के उत्कृष्ट सिनेमा का प्रदर्शन किया जाएगा। भारतीय परिदृश्य जैसे वर्गों के तहत फीचर और गैर फीचर सिनेमा को शामिल किया गया है। इसके अलावा भारतीय सिंहावलोकन, श्रद्धांजलि, उत्कृष्ट तथा विद्यार्थी फिल्मों और काफी कुछ शामिल किया गया है। इसके अलावा अंतर्राष्ट्रीय स्क्रीनिंग वर्ग के तहत महोत्सव के विभिन्न पक्ष, विश्व सिनेमा, विदेशी सिंहावलोकन, श्रद्धांजलि, प्रमुख देश, पर्दे पर रेखाचित्र (एनिमेशन और थ्री डी सिनेमा), वृतचित्र जैसे विशेष पहलू दर्शाए जाएंगे।
दस दिवसीय इस अवधि में 200 से अधिक फिल्में दिखाई जाएंगी। इसमें ऑस्कर पुरस्कार प्राप्त आंग ली की लाइफ ऑफ पाई का भी प्रदर्शन किया जाएगा और साथ ही महोत्सव में अंतिम फिल्म के तौर पर मीरा नायर की द रिलकटेंट फंडामेंटलिस्ट दिखाई जाएगी। भारतीय सिनेमा के शताब्दी वर्ष के समारोह के तहत महोत्सव में- ‘शताब्दी समारोह’ के लिए एक विशेष अंश शामिल किया गया है जिसमें भारतीय सिनेमा के गौरवशाली 1क्क् वर्षो के इतिहास की चुनिंदा फिल्मों को प्रदर्शित किया जाएगा। इसके अलावा शताब्दी वर्ष के मद्देनजर ‘शताब्दी फिल्म पुरस्कार’ प्रदान किया जाएगा जिसका चयन एक विशेष ज्यूरी पैनल द्वारा किया जाएगा।
दस दिवसीय इस महोत्सव में दर्शकों के उत्कृष्ट सिनेमा का प्रदर्शन किया जाएगा। भारतीय परिदृश्य जैसे वर्गों के तहत फीचर और गैर फीचर सिनेमा को शामिल किया गया है। इसके अलावा भारतीय सिंहावलोकन, श्रद्धांजलि, उत्कृष्ट तथा विद्यार्थी फिल्मों और काफी कुछ शामिल किया गया है। इसके अलावा अंतर्राष्ट्रीय स्क्रीनिंग वर्ग के तहत महोत्सव के विभिन्न पक्ष, विश्व सिनेमा, विदेशी सिंहावलोकन, श्रद्धांजलि, प्रमुख देश, पर्दे पर रेखाचित्र (एनिमेशन और थ्री डी सिनेमा), वृतचित्र जैसे विशेष पहलू दर्शाए जाएंगे।
दस दिवसीय इस अवधि में 200 से अधिक फिल्में दिखाई जाएंगी। इसमें ऑस्कर पुरस्कार प्राप्त आंग ली की लाइफ ऑफ पाई का भी प्रदर्शन किया जाएगा और साथ ही महोत्सव में अंतिम फिल्म के तौर पर मीरा नायर की द रिलकटेंट फंडामेंटलिस्ट दिखाई जाएगी। भारतीय सिनेमा के शताब्दी वर्ष के समारोह के तहत महोत्सव में- ‘शताब्दी समारोह’ के लिए एक विशेष अंश शामिल किया गया है जिसमें भारतीय सिनेमा के गौरवशाली 1क्क् वर्षो के इतिहास की चुनिंदा फिल्मों को प्रदर्शित किया जाएगा। इसके अलावा शताब्दी वर्ष के मद्देनजर ‘शताब्दी फिल्म पुरस्कार’ प्रदान किया जाएगा जिसका चयन एक विशेष ज्यूरी पैनल द्वारा किया जाएगा।
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