मिल्क नॉट फॉर सेल


आज गुरूवार को सुबह माताजी के दर्शनों के लिए अम्बाजी गया, वहाँ पर माता जी का बहुत विशाल मंदिर है, इस मंदिर में माता जी के दर्शनों के लिए दूर दूर से भक्त आते हैं। मातृदर्शन के बाद वापसी में जब मैं खेड़ब्रह्मा पहुंचा तो मेरी नजर सामने जा रहे एक दूध वाहन पर पड़ी, जिसके पीछे लिखा हुआ था "मिल्क नॉट फॉर सेल"। जिसका शायद हिन्दी में अर्थ दूध बेचने के लिए नहीं, कुछ ऐसा ही निकलता है। इस पंक्ति को पढ़ते ही जेब से मोबाइल निकाला और फोटो खींच डाली।

इस लाइन ने मुझको बारह तेरह साल पीछे धकेल दिया स्कूल के दिनों में। उन दिनों मैंने एक किताब में पढ़ा था कि पाकिस्तान में एक गुजरांवाला नामक गाँव है, जहाँ पर लोग दूध और पूत नहीं बेचते थे। गुजरांवाला के अलावा भी बहुत से ग्रामीण क्षेत्रों में दूध और पूत नहीं बेचे जाते थे, लेकिन आज दूध भी बिकता है और पूत भी। लोग आज अपने घर का सारा दूध डेयरी में डालकर खुद चाय पीते हैं, उस बिके हुए दूध से आज उनके घर चलते हैं। एक समय था जब गाँव में किसी के घर दामाद आता तो आस पड़ोस से दूध के लोटे बिन मंगाए ही आ जाते और विवाह शादियों में दूध खरीदना नहीं पड़ता था, बस एक बार लाउंड स्पीकर में बुलाने की जरूरत पड़ती थी कि फलाँ घर में शादी है, बस फिर क्या शाम तक दूध की नहर बहनी शुरू हो जाती थी, लेकिन समय बदल गया है, अब गाँवों में भी दूध का काल पड़ने लगा है।

पूत तो पंजाब में इस कदर बिकते हैं कि पूछो मत, लाखों रुपए में मनमर्जी का दुल्हा पसंद कर लो। जमीन अच्छी खासी दहेज में मिल रही हो तो लड़की में जितने भी दोष हैं, सब कबूल हैं। मुझे याद है, मेरे रिश्तेदार ने अपनी दो बेटियोँ की शादियाँ की, एक पर पाँच लाख और दूसरी पर पंद्रह लाख रुपए खर्च किए। अब उनके दो बेटे भी शादी लायक हो गए हैं, उनका मूल्य तय हो चुका है तीस से पैंतीस लाख।

ऐसा नहीं कि इनकी इतनी कीमत कोई नहीं लगाएगा। अगर बेचने वाले हैं तो खरीदने वालों की भी कमी नहीं। लेकिन इनकी सौदेबाजी उन मासूम लड़कियों पर भारी पड़ती है, जिनके अभिभावकों के पास अपनी बेटी को विदा करने के लिए लाखों रुपए नहीं। लड़की के ससुराल वालों को देने के लिए मारुति 800 या इंडिका नहीं। आज पूत भी बिकता है और दूध भी बिकता है।
भार
कुलवंत हैप्पी

टिप्पणियाँ

  1. बिलकुल सही कहा दूध तो बिकता है यहाँ तो खून भी बिकता है बेटा इस देश मे कौन सी चीज़ है जो नही बिक रही इमान से ले कर इन्सान तक सब बिकता है अच्छी लगी पोस्ट । आशीर्वाद्

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  2. kitna bada uphaas hai.......kanhee dulhe bikate hai to kanhee dulhane khareedee jatee hai........
    Hamaree yuva peedee ko hee kureetiyo ke aage khada hona hai....aur soch me parivartan lana hai.......
    post acchee lagee......
    how is little nne doing..?
    God bless her..........

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  3. आज पूत भी बिकता है और दूध भी बिकता है। \

    -सही कहा!

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  4. सही कहा भाई. हमारे यहां तो दूध बेचना शर्म की बात मानी जाती थी. और पूत भी अब दूध के जैसे ही हो अग्ये.

    रामराम.

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  5. बिकने की अब तो पराकाष्ठा है
    मैने तो कभी कभी बिके को भी बिकते देखा है
    वह भी बिक गया जिसको किसी ने फेंका है

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  6. बिलकुल सही बात ! बेचने और खरीदने वाले तैयार खड़े हैं ।
    इस समाज में मारा जाता है अशक्त, अक्षम अभिभावक , निरीह !
    ऐसी मनोदशा में क्यों न फोटो खिंच जाय इस सूक्ति की - "Milk not for sale".

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  7. सही कहा आपने ......आश्चर्य की बात ये भी है बिकनेवाले भी अपने आप पर गर्व महेसूस करता है .

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