एक कविता ब्लॉगरों के नाम
देखा नहीं,
और कहीं,
नई सड़क स्थित कस्बा के रहवासी
हर ब्लॉग पर है पता इनका
सवार रहते हैं उड़न तश्तरी
समीर नाम जिनका
अविनाश हैं
कीबोर्ड के खटरागी,
टिप्पणियों के रूप में
कविताएं जिन्होंने दागी
जैसे जैसे ब्लॉग पढ़ता जाऊं
समयचक्र के साथ आगे बढ़ता जाऊंगा
कभी कभी कुछ ख़ास लेकर आऊंगा
और कहीं,
नई सड़क स्थित कस्बा के रहवासी
हर ब्लॉग पर है पता इनका
सवार रहते हैं उड़न तश्तरी
समीर नाम जिनका
अविनाश हैं
कीबोर्ड के खटरागी,
टिप्पणियों के रूप में
कविताएं जिन्होंने दागी
जैसे जैसे ब्लॉग पढ़ता जाऊं
समयचक्र के साथ आगे बढ़ता जाऊंगा
कभी कभी कुछ ख़ास लेकर आऊंगा
man ko bhaya andaz tera
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रचना मै आपका आभारी हूँ .
जवाब देंहटाएंक के या काके कुलवंत
जवाब देंहटाएंअब क से कवि
बन रहे हैं
वे भी कविता मनपसंद
रोचक लिख रहे हैं।
कुलवंत की वाकपटूता में है कुछ बात,
जवाब देंहटाएंसच पुराना नहीं, युवा है
इनके सोच व ख्यालात।
बधाईद, आगे बढिए।
बहुत खूब !
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंअच्छा लगा पढ़कर...
जवाब देंहटाएंबहुत खूब !
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