एक है गुज्‍जु नरेंद्र मोदी

आंख देश के सिंहासन पर, मगर निगाह जनता की ओर, पूरे हिन्‍दुस्‍तान में ऐसा एक ही व्‍यक्‍ितत्‍व है नरेंद्र मोदी। भले ही भाजपा का अस्‍ितत्‍व खतरे में हो, भले ही भाजपा का कद्दवार नेता लालकृष्‍ण आडवानी किसी गैर सियासती को प्रधानमंत्री पद का दावेदार बोल रहे हों, मगर जनता केवल एक ही नाम बोल रही है वो नरेंद्र मोदी, जबकि देश के संविधान अनुसार बहुमत हासिल करने वाली पार्टी अपना नेता चुनती है प्रधानमंत्री पद के लिए।

मगर फिर भी देश में आज एक ही नाम गूंज रहा है, वो है नरेंद्र मोदी, जो गुजरात का मुख्‍यमंत्री है, जिसके दामन पर गोधरा दंगों के कथित धब्‍बे भी हैं, मगर वो आलोचनाओं की फिक्र नहीं करता, वो कहता है अगर दोषी हूं तो लटका दो फांसी पर, अगर दोषी नहीं तो जीने दो। आज मोदी को लेकर फेसबुक पर तरह तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं, जिनमें एक है, अगर देश का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होता तो विदेशी संबंधों पर क्‍या असर पड़ता, तो आगे से उत्तर आता है, अगर देश का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होता तो पाकिस्‍तान कश्‍मीर के लिए नहीं हम से लाहौर के लिए लड़ रहा होता। कोई उसको एक है गुज्‍जु लिख रहा है। ताजा न्‍यूज तो यह है कि नरेन्द्र मोदी 24 अगस्त को यूट्यूब पर करेंगे लाइव चैटिंग।

सवाल यह नहीं कि नरेंद्र मोदी देश का प्रधानमंत्री बनेगा या नहीं, मजे की बात तो यह है कि देश का कोई पहला ऐसा मुख्‍यमंत्री है, जो आज देश के प्रधानमंत्री से भी ज्‍यादा लोकप्रिय है। इतना ही नहीं यह वो सेलीब्रिटी नेता है, जिसकी छवि को धूमिल करने के लिए मीडिया ने कोई भी कसर बाकी नहीं छोड़ी, और उसने उभरने के सिवाए किसी और विकल्‍प पर ध्‍यान नहीं दिया। अगर अमेरिका उसको वीजा नहीं देता तो वह टेंशन नहीं लेता, वो वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अमेरिका में बैठे लोगों से बातचीत करता है, उनकी बातों को ध्‍यान प्रिय सुनता है। वो एक समझदार लीडर की तरह अपने होर्डिंग पर, मैं नहीं, हम व मैं भिक्षुक हूं जैसे शब्‍दों का इस्‍तेमाल करता है।

वो देश के राजनेताओं की तरह अपने एयरकंडिशनर रूमों, गाड़ियों में बैठकर राजपाठ का नजारा नहीं लेता, वो अपने दिमाग के घोड़े दौड़ाता हुआ बहुत आगे निकल जाता है, वो आज के समय से कदम मिलाता है, वो फेसबुक, टि्वटर, ब्‍लॉग, वेबसाइट व वीडियो चैट के सहारे दुनिया के हर कोने तक पहुंचता है। वो स्‍वप्‍नदर्शी व कर्मठ व्‍यक्‍ित है, जो हर पल आगे की सोचता है, वो किसी के रोकने से रुकता नहीं।

शायद वो यही जिद्द थी, जो वडनगर के गरीब परिवार में पैदा हुए नरेंद्र मोदी को देश के सर्व लोकप्रिय लीडर तक खींच लाई। आज जितना ऊंचा कद नरेंद्र मोदी का है, उतना तो शायद ही किसी लीडर का रहा हो। आज गुजरात की पहचान बन चुका है नरेंद्र मोदी, गुजरात नरेंद्र मोदी की पहचान नहीं। शायद इसलिए कहते हैं कि एक है गुज्‍जु।

टिप्पणियाँ

  1. है नरेंद्र एकदम खरा, जरा नहीं परवाह |
    वाह वाह ना दे ख़ुशी, ना आलोचक आह |
    ना आलोचक आह, दाह गोधरा पुराना |
    असम में कत्ले आम, हकीकत जरा बताना |
    बिकी मीडिया खूब, ढोंग करता है पक्का |
    करे सदा बदनाम, लगा इज्जत को धक्का ||

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  2. नरेन्द्र भाई का व्यक्तित्व आज के युवा के लिए प्रेरणा स्रोत है ,विरोधियो को भी कभी न कभी उनके उन्नत व्यक्तित्व का आभास होता है ,वे उनके विरोध की ही दल रोटी खा रहे है ये उन्हे भी भी पता है ,अच्छे लेख लिए धन्यवाद

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