fact-n-fiction - राजू श्रीवास्तव पहुंचे कॉमेडी नाइट्स विद कपिल
नवजोत सिंह सिद्धू का शेयर :-
जब थक अक यक कर कुछ न मिले तो कर लो राजनीति,
अब कहेंगे गजोदर बाबू आप बीती। ठोको ताली।
राजू श्रीवास्तव जी, यहां आने पर आपका स्वागत है, मुझसे पहले कथित तौर पर आप ही टेलीविजन पर हंसाने का एक मात्र साधन हुआ करते थे, अचानक आप गायब हुए तो मैंने जगह बना ली। जनता जानना चाहती है कि आप राजनीति में अचानक कैसे आए।
देखो कपिल भैया। कोई काम धंधा तो था नहीं, जो था, वो आप छीन ले गए। अब शहर में संघर्ष कर रहे थे, गांव से बाबूजी, चच्चा, लल्लन भैया पैसा भेजते थे, हम खाते थे। कुछ दिन पहले चच्चा का फोन आया, बोले बेटा मनोज तिवारी, रवि किशनवा को टिकट मिल गया, अबे हमको भी कर्ज चुकाना है। मोबाइल नेटवर्क के बारे में तो आप जानते हैं, कैसा है भारत में। फोन कट गया।
बार बार मिलाएं चच्चा को फोन, फोन लगा नहीं। हमने भी ठान ली। कर्ज चुकाना है,चलो राजनीति में। सोचा जो केआरके को टिकट दे सकता है, वो हमका भी टिकट देदेई सकत। बस हम यूपी पहुंच गया, वहां अखिलेश बाबू से मिले। उन्होंने साइकिल पर बिठा दिया।
गांव से फोन आने लगे, लेकिन फिर चच्चा का फोन आया। बेटा, कर्ज चुकाना है, यात्रा नहीं करनी। मैंने कहा, भूमि का कर्ज चुकाने के लिए तो समाजवादी पार्टी ज्वाइन की है। चच्चा गर्म होकर बोले, भूमि का कर्ज चुकाना है तो आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर लो, अगर हमरी जमीं का कर्ज चुकाना है तो कमल पकड़, नरेंद्र मोदी जी कहते हैं कि लक्ष्मी कमल पर बैठती है।
जैसे ही हमे चच्चा की बात समझ में आई, हम साइकिल से उतरे, सीधा पहुंच गए, फूलवा पार्टी के पास। बोले हमका भूमि का कर्ज चुकाना है, भैया टिकट चाहिए। उनकी लहर भी अजब है, जो जाता है टिकट थमा देते हैं, मनो चुनाव का टिकट न हो, रामलीला का टिकट हो।
कपिल भैया टिकट से फायदा हुआ। वो कैसे हुआ गजोदर बाबू ? साल्ला इसके कारण हम चर्चा में आ गए। लगता है जल्द हमारा भी शो आएगा कॉमेडी नाइट्स विद गजोधर।
चलते चलते एक चुटकले के साथ
मार्च अंत विशेष
युवती प्रेमी से :- सप्ताह अंत पर क्या प्रोग्राम बना रहे हो ?
युवक प्रेमिका से :- इन्कम टैक्स रिटर्न्स
प्रेमिका प्रेमी से :- हाय, पहला पार्ट कब आया था ? मैंने तो अभी तक नहीं देखा।
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