तोगड़िया ने कुछ गलत तो नहीं कहा
विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के अंतर्राष्ट्रीय प्रमुख डॉक्टर प्रवीण तोगड़िया ने कहा, ''जो लोग नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का दावेदार बता रहे हैं, वे बुनियादी रूप से एनडीए और बीजेपी को तोड़ने की रणनीति पर काम कर रहे हैं''।
अगर विहिप के नेता की बात मान भी ली जाए तो इसमें बुरा भी कुछ नहीं। अगर देश की जनता नरेंद्र मोदी के रूप में भाजपा को बहुमत दे देती है तो इसके देश के लिए बेहद अच्छी बात है, जब तक इसको बहुमत सरकार नहीं मिलेगी, तब तक इस देश का भला होना मुश्किल है, वो बहुमत चाहे कांग्रेस को मिले चाहे फिर बीजेपी को, बहुमत देश के हित में है।
भाजपा अपनी तैयारी कर चुकी है नितिन गड़करी को महाराष्ट्र भेज राजनाथ सिंह को अध्यक्ष बनाकर। अपने पुराने साथी कल्याण सिंह को एक बार फिर अपने साथ खींच लाई। नरेंद्र मोदी अपने शपथ समारोह में जयललिता से लेकर प्रकाश सिंह बादल को बुलाकर अपनी आगे की योजना को सबके सामने रख चुके हैं। वाइब्रेंट गुजरात 2013 के जरिए अपना शक्ति प्रदर्शन ही नहीं, बल्कि उसमें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह की उपलब्धियों भरी स्पेशल प्रदर्शनी कर अपने साथ ला खड़ा किया।
उम्मीद है कि भाजपा फरवरी में नरेंद्र मोदी को चुनाव समिति का अध्यक्ष बनाएगी। अगर ऐसा होता है तो इसको हम नरेंद्र मोदी की अग्निपरीक्षा मान सकते हैं। मगर जिस तरह की स्थिति इन दिनों में देश के अंदर बनी हुई है, उसको नजर अंदाज करना मुश्किल है। देश पिछले कई सालों से एक तानाशाह की तलाश में है, जो लोकतंत्र में विश्वास करता है, ऐसा एक ही व्यक्ति है, वो नरेंद्र मोदी।
अगर विहिप के नेता की बात मान भी ली जाए तो इसमें बुरा भी कुछ नहीं। अगर देश की जनता नरेंद्र मोदी के रूप में भाजपा को बहुमत दे देती है तो इसके देश के लिए बेहद अच्छी बात है, जब तक इसको बहुमत सरकार नहीं मिलेगी, तब तक इस देश का भला होना मुश्किल है, वो बहुमत चाहे कांग्रेस को मिले चाहे फिर बीजेपी को, बहुमत देश के हित में है।
भाजपा अपनी तैयारी कर चुकी है नितिन गड़करी को महाराष्ट्र भेज राजनाथ सिंह को अध्यक्ष बनाकर। अपने पुराने साथी कल्याण सिंह को एक बार फिर अपने साथ खींच लाई। नरेंद्र मोदी अपने शपथ समारोह में जयललिता से लेकर प्रकाश सिंह बादल को बुलाकर अपनी आगे की योजना को सबके सामने रख चुके हैं। वाइब्रेंट गुजरात 2013 के जरिए अपना शक्ति प्रदर्शन ही नहीं, बल्कि उसमें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह की उपलब्धियों भरी स्पेशल प्रदर्शनी कर अपने साथ ला खड़ा किया।
उम्मीद है कि भाजपा फरवरी में नरेंद्र मोदी को चुनाव समिति का अध्यक्ष बनाएगी। अगर ऐसा होता है तो इसको हम नरेंद्र मोदी की अग्निपरीक्षा मान सकते हैं। मगर जिस तरह की स्थिति इन दिनों में देश के अंदर बनी हुई है, उसको नजर अंदाज करना मुश्किल है। देश पिछले कई सालों से एक तानाशाह की तलाश में है, जो लोकतंत्र में विश्वास करता है, ऐसा एक ही व्यक्ति है, वो नरेंद्र मोदी।
बिलकुल अभी मोदी के मुकाबले का नेता भारतीय राजनीति में नहीं है और यही बात मोदी के पक्ष में जाती है !!
जवाब देंहटाएंmodi ji jaisa bahroopiya doosra koi n ho yahi prarthna hai .
हटाएंबहुत सही बात कही है आपने .सार्थक प्रस्तुति विवाहित स्त्री होना :दासी होने का परिचायक नहीं आप भी जाने कई ब्लोगर्स भी फंस सकते हैं मानहानि में .......
जवाब देंहटाएंभावनात्मक अभिव्यक्ति विवाहित स्त्री होना :दासी होने का परिचायक नहीं आप भी जाने कई ब्लोगर्स भी फंस सकते हैं मानहानि में .......
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