नहीं चाहिये अंग्रेज, हमारे पास चोर नेतायों की पलटन है


हर उदय का, अंत होना पतन है।
देखो दुनिया, अंत प्यारा अपना वतन है।
हर सफलता के पीछे बेजोड़ मेहनत व यत्न है।
शादी से पहले प्रियतम, बाद में संतान उत्तम रत्न है।
धर्म का अंत, आध्यात्मिक गुरूआें का तोतारटन है।
नहीं चाहिये अंग्रेज, हमारे पास चोर नेतायों की पलटन है।
पंजा, कमल, किसी के पास साइकिल तो किसी के पास लालटन है।
तुम्हारा अनुभव तो पता नहीं, लेकिन हैप्पी का तो यह कथन है।
शेअर कोयी नहीं करेगा, कहेगा हरकोयी बात में तो वजन है।


कुलवंत हैप्‍पी, संचालक Yuvarocks Dot Com, संपादक Prabhat Abha हिन्‍दी साप्‍ताहिक समाचार पत्र, सामग्री लेखक Ganeshaspeaks। पिछले दस साल से पत्रकारिता की दुनिया में सक्रिय, प्रिंट से वेब मीडिया तक, और वर्तमान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की छाया में।

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