आमिर खान पर उंगली उठाने वाले कहां हैं ?
सत्यमेव जयते में आमिर खान महिलायों के साथ होने वाले अत्याचार की बात उठा रहा था तो एक विरोधी खेमा उनके निजी जीवन पर सवाल उठा रहा था, लेकिन आज वो खेमा कहां चला गया, कहां जाकर सो गया, जब नरेंद्र मोदी ने 12 साल बाद शादी की बात को स्वीकार किया।
आमिर खान ने तो कानूनी दायरे में रहकर दूसरी शादी की, पहली से तलाक लिया, लेकिन इस महाशय ने तो शादी भी नहीं निभाई और तलाक भी नहीं लिया। एक बात और कह देता हूं, दुहाई मत देना बाल विवाह था, शादी 19 साल की उम्र में हुई थी, मोदी व उनकी पत्नि तीन महीने साथ रहे थे, तीन साल के दौरान।
हल्फनामे में पत्नि की संपत्ति वाले कॉलम को खाली छोड़ा जानकारी नहीं लिखकर कितना उचित है। अगर सब यही करने लगे तो संपत्ति का ब्यौरा कौन देना चाहेगा। चुनाव आयोग चुप है हैरानी इस बात पर भी होगी। अगर वो कॉलम अनिवार्य नहीं तो उसको निकाल देना चाहिए।
आप कह सकते हैं यह नरेंद्र मोदी की निजी मामला है, लेकिन हल्फनामा किसी का निजी नहीं होता, वहां नियम देखे जाते हैं। अगर आप हल्फनामा गलत करते हैं तो देश आप पर यकीन कैसे करेगा कि आप कभी अपने फायदे के लिए गलत जानकारी नहीं देंगे।
वैसे लगता है कि आजकल मोदी एक रिकॉर्ड बनाने की होड़ में हैं। झूठ बोलने का रिकॉर्ड। मोदी का 56 इंच का सीना तो सब को याद है, लेकिन सत्य तो है कि मोदी का 44 इंच का सीना है, बाकी तो केवल उनकी लहर है। मोदी की लहर भी ऐसी है कि उनको अख़बार के फ्रंट पेज से लेकर अंदर तक के पेज अपने विज्ञापन के लिए खरीदने पड़ रहे हैं।
मेरी दुआ है।
अब की बार, मिले जशोदाबेन को प्यार
दिग्विजय सिंह हैं बधाई के हकदार
चलते चलते
नरेंद्र मोदी के शादी खुलासे के बाद भारतीय महिलाएं सतर्क हो चुकी हैं, सुनने में आया है कि उन्होंने फेसबुक के मालिक को पत्र लिख भेजा है कि वो भी भारतीय चुनाव आयोग की तरह थोड़े से सख्त नियम बनाएं। उधर, सूत्रों का कहना है कि फेसबुक के मालिक परेशान हैं, भारतीय राजनीति में तो एक आध हो सकता है, लेकिन हमारे यहां तो हर दूसरा भारतीय नरेंद्र मोदी है।
पहले ही खुलासा कर देते पांच सौ करोड़ तो बच जाते
आमिर खान ने तो कानूनी दायरे में रहकर दूसरी शादी की, पहली से तलाक लिया, लेकिन इस महाशय ने तो शादी भी नहीं निभाई और तलाक भी नहीं लिया। एक बात और कह देता हूं, दुहाई मत देना बाल विवाह था, शादी 19 साल की उम्र में हुई थी, मोदी व उनकी पत्नि तीन महीने साथ रहे थे, तीन साल के दौरान।
हल्फनामे में पत्नि की संपत्ति वाले कॉलम को खाली छोड़ा जानकारी नहीं लिखकर कितना उचित है। अगर सब यही करने लगे तो संपत्ति का ब्यौरा कौन देना चाहेगा। चुनाव आयोग चुप है हैरानी इस बात पर भी होगी। अगर वो कॉलम अनिवार्य नहीं तो उसको निकाल देना चाहिए।
आप कह सकते हैं यह नरेंद्र मोदी की निजी मामला है, लेकिन हल्फनामा किसी का निजी नहीं होता, वहां नियम देखे जाते हैं। अगर आप हल्फनामा गलत करते हैं तो देश आप पर यकीन कैसे करेगा कि आप कभी अपने फायदे के लिए गलत जानकारी नहीं देंगे।
वैसे लगता है कि आजकल मोदी एक रिकॉर्ड बनाने की होड़ में हैं। झूठ बोलने का रिकॉर्ड। मोदी का 56 इंच का सीना तो सब को याद है, लेकिन सत्य तो है कि मोदी का 44 इंच का सीना है, बाकी तो केवल उनकी लहर है। मोदी की लहर भी ऐसी है कि उनको अख़बार के फ्रंट पेज से लेकर अंदर तक के पेज अपने विज्ञापन के लिए खरीदने पड़ रहे हैं।
मेरी दुआ है।
अब की बार, मिले जशोदाबेन को प्यार
दिग्विजय सिंह हैं बधाई के हकदार
चलते चलते
नरेंद्र मोदी के शादी खुलासे के बाद भारतीय महिलाएं सतर्क हो चुकी हैं, सुनने में आया है कि उन्होंने फेसबुक के मालिक को पत्र लिख भेजा है कि वो भी भारतीय चुनाव आयोग की तरह थोड़े से सख्त नियम बनाएं। उधर, सूत्रों का कहना है कि फेसबुक के मालिक परेशान हैं, भारतीय राजनीति में तो एक आध हो सकता है, लेकिन हमारे यहां तो हर दूसरा भारतीय नरेंद्र मोदी है।
पहले ही खुलासा कर देते पांच सौ करोड़ तो बच जाते
समरथ को नहीं दोष गुसाईं !
जवाब देंहटाएंभाई तो तुम्हारी गांड में खुजली क्यूँ हो रही हे
जवाब देंहटाएं
हटाएंए चिरकुट पप्पू क्या हमका नरेंद्र मोदी समझा है। खुजली तो तुम्हारे हो रही है, लगता है, जो जीजा जी पहले से शादीशुदा निकले।
बेटा तेरा बाप आमिर खान मजे के लिए शादी करता हे, जो सूअर एक जंघा नही रह सकता उसका क्या उदाहरन देता हे तू , मोदी ने तो त्याग किया हे, जिस परिवार के लिए लोग दूसरों का गला काटते हें, वन्ही मोदी ने देश हीत में घर परिवार को त्यागा था, तुम जेसे लोग तो कल को हमारे ऋषियों की तुलना भी इस सूअर से करने लगेंगे, तुम जेसे लोग क्या जानो त्याग क्या होता हे, और जब मोदी की पत्नी ने मोदी पर कोई आरोप नही लगाया तो तू कोन होता हे आरोप लगाने वाला,
जवाब देंहटाएंमेरे दोस्त! तर्क का जवाब तर्क से दूंगा। नरेंद्र मोदी भगवान नहीं। जब नरेंद्र मोदी ने घर छोड़ा उसको नहीं पता था वो मुख्यमंत्री बनेगा, न ही उसको पता था वो पीएम प्रधान मंत्री बनेगा। घर छोड़कर निकला, तो आरएसएस के साथ काम करते करते इस पद पर पहुंच गया। अच्छी बात है, लेकिन किसी महिला को तलाक दिए बिना छोड़ जाना सही नहीं। विश्वास में लेना चाहिए था। विश्वास में लेता कैसे, उसको पता नहीं था कि मुझे करना क्या है, मेरा भविष्य कैसा होगा।
हटाएंएक अन्य सवाल पूछता हूं। अगर मोदी आरएसएस में सेवक बनकर रह जाते, और उधर, जशोदाबेन एक अच्छे पद पर पहुंच जाती, किसी से शादी कर लेती, अचानक इनको पत्नि याद आती तो फिर किसी के पास क्या जवाब होता! आज वो बड़े व्यक्ति हैं, उनको सही कहा जा सकता है, लेकिन अगर उस स्थति में न होते तो।
मैं कानूनी हलफनामे की बात कर रहा हूं, मुझे उनके निजी जीवन से कुछ नहीं लेना।
अगर हराम का होता तो तेरी तरह नाम छुपाकर लिखता, एक बाप , एक मां का हूं, इसलिए सत्य लिखता हूं चिरकुट पप्पू
हटाएंनरेन्द्र मोदी के विवाहित होने की खबर से कुछ नीच ऐसे छाती पीट रहे हैं, जैसे मोदी प्रधानमंत्री पद के नहीं बल्कि उनके जीजाजी पद के उम्मीदवार हों और अचानक उन्हें अपनी बहन की गृहस्थी बनने से पहले उजड़ती नजर आ रही हो ।।
जवाब देंहटाएंये नीच लोग क्या समझेंगे इस राष्ट्र प्रेम में किये गए त्याग को | राष्ट्र प्रेम में न जाने कितने राष्ट्र प्रेमियों ने अनगिनत त्याग किये हैं लेकिन यह बात समझ में आएगी भी तो सिर्फ उनलोगों को जिन्हें इस राष्ट्र और यहाँ के संस्कृति तथा इतिहास का ज्ञान होगा | जिस यशोदाबेन और नरेन्द्र मोदी के संबंधो को लेके ये नीच राजनीति कर रहे हैं , उन्हें यह नहीं दिखाई देता कि बाल्यावस्था में किये गए विवाह के वावजूद भी दोनों ने राष्ट्रहित में जो एक दुसरे को वचन दिया आज तक निभा रहे हैं | वो यशोदाबेन ने आज तक कभी नरेन्द्र मोदी पे ऊँगली नहीं उठाया क्योकि राष्ट्र सेवा में भागीदारी के लिए इन दोनों ने सहमति से फैसला लिया था , आज नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के लिए वो कठिन व्रत रख रही हैं ताकि नरेन्द्र मोदी प्रधान मंत्री बन सके और इस सोए हुए भारत में पुनः नवीन चेतना का संचार कर सके | इन नीच लोगो को , इन दोनों पति - पत्नी का त्याग और संयम नहीं दिखता , जिन्होंने दूर रह कर भी सदैव एक दुसरे को दिए गए वचन को निभाया क्योकि इन दोनों ने राष्ट्र के आगे अपने नीजी सुख और स्वार्थ को कभी खुद पर हावी नहीं होने दिया |