कुछ मन से निकले
जैसे भी चलता हैं चक्कर चलाओ मेरे बेटे को नेता बना ओ----मेंनिका गाँधी
बदनाम हुए तो क्या हुआ यारों नाम तो हुआ --- एल के आडवानी
जी हाँ खलनायक हूँ मैं जुल्मी बड़ा दुखदायक हूँ मैं---वरुण गाँधी
यहाँ भी आईये
खेत और ऑफिस
बदनाम हुए तो क्या हुआ यारों नाम तो हुआ --- एल के आडवानी
जी हाँ खलनायक हूँ मैं जुल्मी बड़ा दुखदायक हूँ मैं---वरुण गाँधी
यहाँ भी आईये
खेत और ऑफिस
बहुत खूब ...
जवाब देंहटाएंबढिया है।
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S.B.A.
TSALIIM.