संदेश

बयान बवालों से 'बुद्धम् शरणम् गच्छामि' की गूंज तक - साप्‍ताहिक हलचल

चित्र
रविवार, 6 जनवरी 2013।   इसी के साथ नव वर्ष के प्रथम छह दिन खत्‍म होने जा रहे हैं। बीते सप्‍ताह के दौरान ज्‍यादा सुर्खियां बयानों को लेकर हुए बवालों पर बनी। अगर अंतर्राष्‍ट्रीय समाचारों की बात की जाए तो दो से अधिक सप्‍ताह बाद संडी हूक्‍स स्‍कूल के बच्‍चे जहां एक बार फिर स्‍कूल लौटे तो वहीं दूसरी तरफ तालिबानियों की गोली का निशान बनी मलाला को अस्‍पताल से छुट्टी मिल गई। अंत अमरीका में टैक्स की बढ़ोत्तरी एवं सरकारी खर्चों में कटौतियों के मसले पर 'फ़िस्कल क्लिफ़' नामक' प्रस्ताव को अमरीका के दोनों सदन ने मंजूरी दे दी है, जो प्रस्ताव राष्ट्रपति ओबामा के लिए गले की फांस बन गया था। इसके अलावा भारतीय मूल की अमेरिका में कांग्रेस के लिए निर्वाचित पहली हिन्दू तुलसी गैबर्ड ने पवित्र भगवद् गीता पर हाथ रखकर पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। तुलसी (31) को प्रतिनिधि सभा के स्पीकर जॉन बोहनर ने शपथ दिलाई। दाऊद इब्राहिम के समधि को भारत वीजा मिलने पर भारत में हुआ विरोध एवं अंत वीजे को कैंसल करना पड़ा। मियांदाद भारत में चल रही अंतर्राष्‍ट्रीय वनडे क्रिकेट सीरीज देखने के लिए आने वाले थे, जो भारत पाकिस्

मीडिया की सुर्खियों में मुम्‍बई की सनमीत

चित्र
बिहार के सुशील कुमार के बाद मुम्‍बई की सनमीत कौन साहनी ने पांच करोड़ रुपए जीतकर मीडिया में सुर्खियां बटोर ली है। खासकर सनमीत कौर साहनी ने यह ईनाम राशि उस वक्‍त जीती है, जब पूरा मीडिया महिलामय हो चुका है। ऐसे में सनमीत कौर साहनी को सुर्खियां मिलना लाजमी है। बीबीसी हिन्‍दी ने इस ख़बर को 'केबीसी: 12वीं पास महिला ने जीते पाँच करोड़' हैंडलाइन के साथ प्रकाशित किया है। शायद मीडिया को लगता है कि सामान्‍य ज्ञान  केवल बड़े बड़े डिग्री होल्‍डर के पास है, तभी तो मीडिया हैंडिंग हैरतजनक बनाया, 12वीं पास महिला ने पांच करोड़ जीत लिए, इस ख़बर के अंदर बताया गया है कि सनमीत कौर साहनी बच्‍चों को ट्यूशन पढ़ाती हैं। वहीं मुम्‍बई के प्रसिद्ध समाचार पत्र मिड डे ने इस ख़बर को ' वूमैन विन्‍स पांच करोड़ ऑन केबीसी' के टाइटल तले प्रकाशित की। इस टाइटल को पढ़ने के बाद उम्‍मीद है कि पुरुष थोड़ा सा शर्मिंदा होंगे, और तपाक मुंह से निकलेगा ' महिला ने जीते पांच करोड़ '। अगर गम्‍भीरता से देखा जाए तो यह हैंडिंग भी अचकितवाचक लगता है। इतना ही नहीं, मुम्‍बई वासियों को खुश करने के लिए वुमैन के आगे

मुबारक हो! नई पार्टी बन गई

चित्र
मुबारक हो! आज एक नई पार्टी का गठन हो गया। जी हां, नेशनल कांग्रेस पार्टी के सह संस्‍थापक रहे पीएम पीए संगमा ने आज नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) का गठन करते हुए भाजपा के नेतृत्व वाले राजग में शामिल होने की घोषणा कर दी। पिछले कुछ सालों से निरंतर नई राजनीतिक पार्टियों का उदय हो रहा है चाहे राज्‍य स्‍तर पर हो चाहे फिर राष्‍ट्रीय स्‍तर पर। पंजाब के विधान सभा चुनावों से पूर्व शिरोमणि अकाली दल से अलग होते हुए प्रकाश सिंह बादल के भतीजे एवं पंजाब के पूर्व वित्‍त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने 27 मार्च 2011 को पीपुल्स पार्टी आफ पंजाब की स्‍थापना की, मगर यह पार्टी चुनावों में कुछ भी न कर सकी। इससे कुछ साल पूर्व 2006 में महाराष्‍ट्र के अंदर भी शिव सेना प्रमुख बाल ठाकरे के भतीजे राज ठाकरे ने शिव सेना से किनारा करते हुए महाराष्‍ट्र नवनिर्माण सेना का गठन किया। राज ठाकरे की अगुवाई वाली मनसे ने महाराष्ट्र विधानसभा 2009 के चुनावों में 13 सीटों पर जीत दर्ज करते हुए अपनी उपस्‍िथति दर्ज करवाई थी, वहीं महाराष्‍ट्र के अंदर 2012 के दौरान हुए नगर पालिका के चुनावों में भी मनसे का दबदबा देखने को मिला। 2012 में ती

मीडिया की प्रश्‍नावली, नेताओं के बेबाक उत्‍तर

चित्र
या तो मीडिया को अपनी बे अर्थी प्रश्‍नावली बंद कर देनी चाहिए या फिर देश के नेताओं के घटिया बयानों को प्रसारित करने से परहेज करना चाहिए। मीडिया को कहीं न कहीं सावधानी बरतनी होगी। मीडिया अच्‍छी तरह जानता है। हमारे नेताओं की शिक्षा का स्‍तर कितना ऊंचा है। वैसे भी रानजीतिक रैलियों में हमारे नेता कहते नहीं थकते कि कीचड़ में पत्‍थर मारोगे तो कीचड़ के छींटे आपका दामन गंदा करेंगे। दिल्‍ली गैंग रेप घटना के बाद पूरा देश सदमे में है। ऐसा मैं नहीं, बल्‍कि हमारा 24 घंटे प्रसारित होने वाले इलेक्‍ट्रोनिक मीडिया कह रहा है। भले ही इस घटनाक्रम के बावजूद सलमान की दबंग ने सौ करोड़ से ज्‍यादा रुपए बॉक्‍स ऑफिस पर एकत्र किए। भारतीय क्रिकेट प्रेमियों ने निरंतर क्रिकेट देखा। दिल्‍ली गैंगरेप की लाइव रिपोर्टिंग व चर्चा के दौरान मीडिया ने विज्ञापन से अच्‍छा कारोबार किया, थोड़े से ब्रेक के बाद के बहाने। अब हमारे पत्रकार महोदय जहां भी खड़े होते हैं, वहीं खड़े किसी न किसी शख्‍स से पूछ लेते हैं दिल्‍ली गैंग रेप के बारे में आपका क्‍या खयाल है, क्‍यूंकि आजकल सन्‍नी लियोन फायरब्रांड नहीं। हमारे नेता भी टीवी पर आने के

कमल हसन का नया फंडा

चित्र
सिने यात्रियों से अपील है कि लिएंडर पेस द्वारा चलाई जा रही राजधानी एक्‍सप्रेस में यात्रा करना बेहद घातक सिद्ध हो सकता है। अगर सिने यात्री इस वीएंड पर कहीं समय बतीत करना चाहते हैं तो उनके लिए परेश रावल एवं रंजीव खंडेलवाल का टेबल नम्‍बर 21 सुविधा जनक साबित हो सकता है। और अगले हफ्ते पर्दे पर विश्‍वरूपम लेकर कमल हसन हाजिर हो रहे हैं। मगर वो इस बार नया तुजुर्बा करने जा रहे हैं। इस फिल्‍म को रिलीज करने से पूर्व इस फिल्‍म को डिश टीवी के बैनर तले प्रसारित किया जाएगा। यह अपने आप में एक नया तुजुर्बा है। कमल हसन मानते हैं कि ऐसा करने से नकली सीडी एवं डीवीडी बाजार पर नकेल कसी जा सकती है, हालांकि कमल हसन के इस प्रयोग से सिनेमा मालिक थोड़ा सा दुखी हैं। मगर कमल कहते हैं कि जो उनके असली दीवाने हैं, वो सिनेमा घरों में दस्‍तक देंगे। 5 जनवरी, 2013 तक बुक कराने वाले ग्राहक ‘विश्‍वरूपम’ का तमिल संस्करण 1000 रु में देख सकते हैं जबकि इसके बाद के ऑर्डर पर, सिंगल शो के लिए 1200 रु खर्च करने होंगे। हिंदी और तेलुगू संस्करणों का खर्च 500 रु है। ऐसा पहली बार होगा कि सिने प्रेमियों को नई मूवी देखने के लिए सिनेमा