एक ऐसा रियालिटी शो, जो बयाँ करता रियालिटी

रियालिटी शो में होती नहीं रियालिटी...इस धारणा को मानकर नहीं देखता था रियालिटी शो...लेकिन एक रियालिटी शो ऐसा, जिसने बदल डाली मेरी धारणा...जी हां..सच है दूध सा सफेद...खरा नहीं क्योंकि दूध में मिलावट चल रही है। शायद मेरी तरह आपकी इस रिलायिटी शो के दीवाने हों...पक्का नहीं कहता। बात को लम्बी नहीं खींचते हुए बताता हूं कि मैं कलर्स पर प्रसारित होने वाले रियालिटी शो..इंडियाज गोट टेलेंट की बात कर रहा हूं।

छोटे पर्दे पर रियालिटी शो तो और भी हैं, लेकिन इस रियालिटी शो की बात ही कुछ और है.. यहां पर जज आपस में टकराते नहीं बात बात पर..मीडिया की सुर्खियां भी नहीं बटोरते...बस ईमानदारी से अपनी जिम्मेदारी निभाते हैं। सच में ही इंडियाज़ गोट टेलेंट ने मेरी तो रियालिटी शो के प्रति नकारात्मक सोच को बदल कर रख दिया। इस शो को देखने के बाद लगता है कि हिंदुस्तान में हुनर की कोई कमी नहीं..और इस रियालिटी शो की टेग लाईन भी बड़ी दमदार है 'हुनर ही विनर है'। सचमुच इस शो को देखते हुए लगता है कि भारत में हुनर की कोई कमी नहीं..बस देखने वाली आँख भगवान ने हर किसी को नहीं दी।

15 अगस्त को जब ये शो देख रहा था तो आँख में पानी सा आ गया क्योंकि इस शो पर एक से बढ़कर एक हुनर वाले आते हैं कि आपकी आंखें खुद ब खुद भर आती हैं मेरी तरह...इस दिन विक्ट्री फाउंडेशन का एक्ट देखकर दिल ने कहा कुछ तो है यहां...इस एक्ट को पेश करने वाले सारे प्रतियोगी अपनी तरह स्वस्थ नहीं थे, उनके शरीर में कोई न कोई दोष था, जो उनको हमसे अलग करता था। लेकिन उनका एक्ट कहता था कि हम आपसे दो कदम आगे हैं जनाब..

इस पहले भी एक दिन जब मैंने प्रिंस डांस ग्रुप का एक्ट देखा तो आंखें खुली की खुली रह गई। एक्ट इतना जर्बदस्त था कि मन सोचने पर मजबूर हो गया...यार ये कैसे....फिर क्या था..मैंने मोबाइल उठाया और पेल दिया एक समर्थन में संदेश...हैरानी की बात तो ये थी कि इस एक्ट को करने वाले सब मजदूर वर्ग के लोग थे। भगवान की दुआ से ये ग्रुप अंतिम ग्यारहां में प्रवेश कर चुका है। इसके अलावा भी इस शो में और बहुत से टेलेंट मास्टर हैं...जिनको देखने के लिए 22 अगस्त को रात्रि 9 बजे क्लर्स टीवी ऑन करना मत भूलिए...अगर छूट गया तो शायद आगे जाकर कभी पछतावा हो...

टिप्पणियाँ

  1. मंच नहीं मिलता इसी बात का तो गम है। वरना तो हर भारतीय में दम है।

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