स्‍वयं बने कृष्‍णार्जुन, चाणक्‍य चंद्रगुप्‍त

आप ने भी मेरी तरह कई घरों व मंदिरों के परिसरों में महाभारत की याद दिलाने वाली अद्भुत कलाकृति देखी होगी, जिसमें एक रथ पर महान निशानेबाज अर्जुन घुटनों के बल बैठे एवं हाथ जोड़े भगवान श्रीकृष्‍ण की तरफ देख रहे हैं, एवं भगवान श्री कृष्‍ण उनको उपदेश दे रहे मालूम पड़ते हैं, वैसे भी महाभारत में जब अर्जुन अपनों को सामने हारते हुए देख भावुक हो गए थे, तो श्रीकृष्‍ण ने उनको उपदेश देते हुए समझाया था कि यह रणभूमि है, और तुम एक योद्धा, अगर तुमने सामने वाले को खत्‍म नहीं किया तो वह तुम्‍हें खत्‍म कर देंगे। श्री कृष्‍ण भगवान के उपदेश के बाद अर्जुन ने कौरवों का अंत करने के लिए अपना धनुष्य उठाया, और इतिहास गवाह है पांडवों की जीत का। मुझे मालूम नहीं कि आपने कभी उस तस्‍वीर को मेरी नजर से देखा है कि नहीं, लेकिन मेरी नजर में, वह दृश्‍य कॉन्‍शीयस माइंड एंड अन कॉन्‍शीयस माइंड की जीती जागती उदाहरण है। कॉन्‍शीयस माइंड सिर्फ वह करता है, जो उसको फिलहाल सामने दिखाई पड़ता है, जबकि अनकॉन्‍शीयस माइंड दूरदर्शी होता है, एवं मानव का मार्गदर्शन करता है। अनकॉन्‍शीयस जिस चीज को ग्रहण कर लेता है, उसको वह निरंतर करता रहता है, जैसे के बाइक चलाते समय मानव अपनी आंखों से ब्रेक लगाने के लिए ब्रेक को ढूंढता नहीं, जरूरत पड़ने पर पांव ब्रेक खुद ढूंढ लेता है। आज के समाज में आप किसी भी व्‍यक्‍ित से आप कहो कि यह देश बदल जाएगा, वह पहली ही दृष्‍िट में न बोल देगा, क्‍योंकि उसके माइंड में वह बात घर कर चुकी है, घरवालों की वजह से, टीवी चैनलों की वजह से, लेकिन जब उसको देश बदलने के तरीके के बारे में समझाया जाएगा, तब भी वह न ही कहेगा, मगर एक दिन अचानक उसका अनकॉन्‍शीयस माइंड हां बोलेगा, क्‍योंकि वह अन स्‍टॉपेबल है। चाणक्‍य चंद्रगुप्‍त, एकलव्‍य व द्रोणचारिया की प्रतिभा भी अन कॉन्‍शीयस माइंड व कॉन्‍शीयस माइंड की झलक दिखलाते हैं। अगर आपके सामने स्‍िथतियां बेहद बुरी हैं, और आपको लग रहा है अब कुछ नहीं बदलने वाला तो, आप एक बार शांत होकर अपने अवचेतन मन को बोल दीजिए, यह स्‍िथति बहुता देर टिकने वाली नहीं, और आप देखेंगे कि आपका दिमाग आपको एक के बाद एक नए तरीके उससे निकालने के बाद बताएगा, मगर एक्‍शन आपको करना होगा अर्जुन की तरह, गुप्‍त की तरह, क्‍योंकि चाणक्‍य, श्रीकृष्‍ण तो आपको उपदेश देकर उत्‍साहित कर सकते हैं, काम तो अर्जुन या चंद्रगुप्‍त को ही होगा।

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