जलाल देखा
आज कई दिनों के बाद तेरे चेहरे पे खुशी का जलाल देखा ए बिछोह के सुल्तान फिर तेरे मनांगन को खुशहाल देखा तुम खुश क्या हुए हकीकत में बदलता हुआ ख्याल देखा तेरे चेहरे का नूर देख दुश्मनों के लबों पर आया सवाल देखा लौटी तेरे घर खुशी हैपी ने आँख से कुदरत का कमाल देखा