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जांच कमेटी हमारी, रिपोर्ट हमारी तो 'फैसला' किसी का

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अरे भैया। राजनेताओं से भी आगे निकल गई बीसीसीआई। संगत की रंगत है। खुद कमेटी बिठाते हैं। खुद जांच रिपोर्ट तैयार करते हैं, और खुद को देते हैं क्‍लीन चिट। हां, हां, अपने एन श्रीनिवासन के दामाद और भारतीय दामाद की भारत कर रहा हूं। भारतीय दामाद! चौंकिए मत। बताता हूं भाई। बताता हूं भाई। राज कुंदरा साहिब, जो अपनी पहली वाली छोड़कर 'इंडियन गर्ल' शिल्‍पा शेट्टी से शादी बनाए हैं।  शिल्‍पा शेट्टी, जो भारतीय मंच पर एक गोरे को सरेआम पप्‍पी देती हैं, तो विदेशी मंच पर मगरमच्‍छ के आंसू बहाकर विश्‍व से हमदर्दी बटोर चुकी हैं। प्‍यार के चक्‍कर में पहली वाली छोड़ी। विदेश छोड़ा, देश आ गए। हां, हां, राज कुंदरा पर लौट रहा हूं, और भारतीय पत्‍नि के कहने पर भारतीय खेल में पैसे का निवेश किया, निवेश तो बिजनस में होता है, लेकिन भारत में क्रिकेट ऐसा खेल है, जो सिर्फ और सिर्फ अपने लिए खेला जाता है, लेकिन हम समझ नहीं पाते, हमको लगता है कि क्रिकेट मैदान पर चल रहा खेल हमारे लिए है।  खेल मैदान के पीछे भी खेल चलता है। इसमें भी ताऊ चोखी कमानीहै। सट्टा लगाओ, खूब कमाओ, लेकिन लिंक किसी बीसीसीआई के पदाधिकारी स

पुरुषों की टीम में खेलेंगी सारा टेलर

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इंग्लैंड की राष्ट्रीय महिला क्रिकेट टीम की विकेटकीपर बल्लेबाज सारा टेलर को घरेलू क्रिकेट टीम ससेक्स के अगले सत्र के लिए पुरूषों की टीम में शामिल किया जा सकता है। क्रिकेट जगत पर पैनी निगाह रखने वाली बेवसाइट ने ब्रिटेन के द गार्जियन अख़बार के हवाले से बताया कि टेलर की ससेक्स के अगले सत्र के लिए पुरूषों की टीम में शामिल होने को लेकर लगातार बातचीत जारी है। टेलर ने इस बाबत जानकारी देते हुए बताया कि ससेक्स ने महिला टीम के कोच मार्क लेन से इस बाबत बातचीत की है। जानकार कहते हैं कि एकदिवसीय महिला क्रिकेट विश्वकप के लिए टेलर अगले सप्ताह भारत दौरे पर आएंगी। टेलर ने स्कूल स्तर पर ससेक्स के लिए क्रिकेट खेला है। अब सारा पुरूषों की काउंटी टीम का हिस्सा बनेंगी, जो कि प्रथम श्रेणी क्रिकेट से केवल एक स्तर ही पीछे है। 23 वर्षीय टेलर अगर पुरुषों की टीम में खेलती हैं तो इसको एक अच्‍छी पहल भी माना जा सकता है। हो सकता है कि इस पहल के कई सकारात्‍मक नतीजे सामने आएं। 2006 में भारत के खिलाफ खेलते हुए एक दिवसीय क्रिकेट में कदम रखने वाली टेलर ने 60 एकदिवसीय मैचों में करीबन 1821 स्‍कोर बनाए हैं, जिसमें तीन शतक ए

'सचिन' की जगह 'आमिर' होता तो अच्‍छा लगता

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मैं सचिन की जगह आमिर का नाम किसी फिल्‍म के लिए नहीं बल्‍कि राज्‍य सभा सांसद के लिए सुझा रहा हूं। दोनों ही भारत की महान हस्‍तियों में शुमार हैं। दोनों ही अपने क्षेत्र में दिग्‍गज हैं। दोनों का कद काठ भी एक सरीखा है। मगर सोच में अंतर है, जहां आमिर खान सामाजिक मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखता है, वहीं सचिन तेंदुलकर क्रिकेट के मामलों में भी ज्‍यादा स्‍पष्‍ट राय नहीं दे पाते। सचिन को क्रिकेट के मैदान पर शांत स्‍वभाव से खेलना पसंद है, मगर आमिर खान को चुनौतियों से आमना सामना करना पसंद है, भले ही उसकी फिल्‍म को किसी स्‍टेट में बैन ही क्‍यूं न झेलना पड़े। न मैं आमिर का प्रसंशक नहीं हूं, और न सचिन का आलोचक। मगर कल जब अचानक राज्‍य सभा सांसद के लिए सचिन का नाम सामने आया तो हैरानी हुई, यह हैरानी मुझे ही नहीं, बल्‍कि बहुत से लोगों को हुई, केवल सचिन के दीवानों को छोड़कर। हैरानी तो इस बात से है कि उस सचिन ने इस प्रस्‍ताव को स्‍वीकार कैसे कर लिया, जो भारतीय क्रिकेट टीम की कप्‍तानी लेने से इसलिए इंकार करता रहा कि उसके खेल पर बुरा प्रभाव पड़ता है। सचिन का नाम सामने आते ही हेमा मालिनी का बयान आया, जो

आज चौथी तारीख है, कुछ जल्‍द हो जाए

सर जी, आज चौथी तारीख है, कुछ जल्‍द हो जाए। क्‍यूं जी? क्‍या आज पत्‍नि को डिनर पर लेकर जाना है? नहीं तो, क्‍या बच्‍चों को इम्‍िहतानों की तैयारी करवानी है? नहीं तो, क्‍या आज मां या बाप को डॉक्‍टर के यहां चेकअप के लिए लेकर जाना है? नहीं जी, तो आखिर फिर आज ऐसा क्‍या करना है, जिसके लिए जल्‍दी छूटी चाहिए, जी आज आइपीएल शुरू होने वाला है, बहुत अच्‍छा, आइपीएल देखने के लिए जल्‍दी जाना है, खूब मियां, आज से देश व्‍यस्‍त हो जाएगा, और भूल जाएगा, काले धन के मुद़दे को, भूल जाएगा सेनाध्‍यक्ष की चिट़ठी से हुए खुलासे को, भूल जाएगा देश में बढ़ती कीमतों को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शनों को। चलो ठीक है, जल्‍दी चले जाओ। इस ट्रैफिक को भी आज ही रास्‍ता रोकना था, इतने में साथ खड़ा व्‍यक्‍ित कहता है, यार यह तो रोज की समस्‍या है, शायद आज तुम ही पहले आ गए, यहां तो ट्रैफिक की यही स्‍थिति है, वैसे घर जाने से पहले ही आइपीएल शुरू हो जाएगा, क्‍या तुम भी आइपीएल देखोगे, क्‍या मजाक करते हो, हिन्‍दुस्‍तान में रहते हो, और क्रिकेट नहीं देखते तो क्‍या जीना है, यही तो एक काम है, जो सब चीजों को भुला देता है पत्‍िन के पीठ दर