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fact 'n' fiction : entrance exam बाबाओं के लिए 'न बाबा न'

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Picture From myindiapictures.com आध्‍यात्‍िमक गुरूओं पर लग रहे यौन शोषण के आरोपों के कारण कहीं देश की सर्वोच्‍च अदालत वेश्‍यावृत्‍ति संबंधी पूछे गये सवाल की तरह सरकार से इस बार भी न पूछ ले कि अगर आध्‍यात्‍मिक गुरूओं द्वारा किये जा रहे यौन शोषण को रोकना संभव नहीं तो इसको वैधता दे दी जाये। इस बात से डरते हुए देश की सरकार ने इस मामले पर गंभीरता से सोचने का विचार किया है। सरकार चाहती है कि बाबाओं को भी entrance exam से गुजरना चाहिए। इस प्रस्‍ताव पर काल्‍पनिक लोक सभा में पहली बार में नेताओं की राय मांगी गई। मलंगनगर से सांसद मलंग दास ने सुझाव देते हुए कहा कि बाबाओं को कुछ महीनों तक रेड लाइट इलाकों में रखा जाये, और उनके व्‍यवहार पर पैनी निगाह रखी जाये। अगर बाबा बनने के इच्‍छुक आवेदनकर्ता यहां से पास होते हैं तो उनको जर्मनी के उन बीचों पर तीन महीने के लिए छोड़ा जाये, जहां पर महिलायें व पुरुष नग्‍न अवस्‍था में मौज मस्‍ती करते हैं। जर्मन में ऐसे बीच हैं, जहां पर महिलायें और पुरुष नग्‍न अवस्‍था में घूमते मिल जाते हैं। कुछ लोगों का मानना है कि यह महिला पुरुष बराबरता के विचार को

fact 'n' fiction : रेवाड़ी रैली, ताऊ लगता है मोदी मामू बना गया

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शब्‍दी गोला बारूद लाये हो न भाई। हरियाणा के रेवाड़ी शहर में गुजरात के मुख्‍यमंत्री व संभावित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व सैनिकों की रैली को संबोधन किया। इस रैली में नरेंद्र मोदी ने जमकर सीमा पर खड़े जवानों की तारीफ की। खुद को भी श्रेय देने से बिल्‍कुल नहीं चुके। प्रधानमंत्री पद का उम्‍मीदवार बनने के बाद ज्‍यादा गर्मजोशी में नजर आये। इस मौके पर वन रेंक वन पेंशन की बात की, लेकिन पूर्व सैनिकों को भरोसा नहीं दिलाया कि वे सरकार बनने पर उसके लिए कुछ खास करेंगे। नरेंद्र मोदी ने पूरा ध्‍यान सीमा पर खड़े जवानों पर लगा दिया। पूर्व सैनिक सोच रहे थे, शायद आज गुजरात के मुख्‍यमंत्री नरेंद्र मोदी और संभावित प्रधानमंत्री कुछ ऐसी घोषणा करेंगे, जो उनके दर्द को कम करेगी, लेकिन नरेंद्र मोदी ने संप्रग को वन रेंक वन पेंशन पर श्‍वेत पत्र लाने की सलाह देने के अलावा कुछ नहीं दिया। रोजगार की बात करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम को हथियार इम्‍पोर्ट करने बंद करने चाहिए, हमको भारत में हथियार बनाकर बेचने चाहिए। इसके लिए कॉलेजों में विशेष कोर्सों का प्रबंधन किया जाये। नरेंद्र मोदी की इस रैली के बाद

fact 'n' fiction : सुशील कुमार शिंदे के निर्देशन में बनेगी 'डी - डे' रीमेक

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निखिल अडवाणी, एक युवा फिल्‍म निर्देशक हैं। बॉलीवुड में 'कल हो न हो' से जोरदार दस्‍तक दी। दूसरी बार सलामे इश्‍क से दीदार हुआ, तो न सलाम हुआ, न इश्‍क हुआ। बड़े सितारों की अधिक चमक के नीचे दब गया निर्देशन का आसमान, लेकिन अगला साहसिक कदम 'चांदनी चौंक टू चाइना' के रूप में भरा, जो एक यादगार फिल्‍म निकली। जिसे फिल्‍म निर्माता एक बेहद बुरी घटना के रूप में याद करेंगे, और बच्‍चे एक मनोरंजक व इनवेंशनल फिल्‍म के रूप में। बच्‍चे जब जवां होंगे, वो कहीं भी होंगे, निर्देशक निखिल आडवाणी की इस फिल्‍म को याद जरूर करेंगे, अगर उस समय पैर की किक से मानव उड़ रहे हुए तो, क्‍यूंकि निखिल आडवाणी ने 'चांदनी चौंक टू चाइना' में मिथुन दा की किक से अक्षय कुमार को बहुत उड़ाया, और आज कल अक्षय कुमार मिथुन दा के करियर को उड़ान दे रहे हैं, अपनी हर फिल्‍म में मिथुन दा को जगह देकर। इसके अलावा इस फिल्‍म के जरिये निखिल ने काफी अन्‍वेंषण किए हैं, जैसे कि छाते को पैराशूट में बदलने, यंत्रों से भाषाओं को ट्रांसलेट करने आदि। अब निखिल आडवाणी की हालिया रिलीज 'डी-डे' भी एक यादगार फ

वेयर इज माय नॉबेल प्राइज

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 व्‍हाइट हाउस के रोज गॉर्डन से....... हमने बहुत सोच समझ कर फैसला लिया है। सीरिया में जो हो रहा है वे बहुत गलत है। हमको जल्‍द से जल्‍द सीरिया पर हमला करना होगा। अमेरिकी राष्‍ट्रपति बराक ओबामा बोल रहे हैं।   ट्रिंग......... ट्रिंग......... ट्रिंग......... ट्रिंग......... ट्रिंग......... ट्रिंग......... ट्रिंग......... ट्रिंग......... ट्रिंग.........ट्रिंग......... हेल्‍लो.... हेल्‍लो.... कौन है वहां ? भाषण की समाप्‍ति के बाद ऑफिस का फोन उठाते हुए ओबामा। खाद्य सामग्री को रसद कहते हैं.....इस ना चीज को बशर अल असद कहते हैं। पहचाना। आगे से आवाज आती है। गुस्‍से में ओबामा चिल्‍लाते हैं....कुत्‍ते मैं तेरा खून पी जाऊंगा। आगे से शांत आवाज आती है.... तू और कर भी क्‍या सकता है, आदिवासी इलाकों में कीड़े मकौड़े खाकर राष्‍ट्रपति की कुर्सी तक पहुंचे दो चेहरे इंसान, खून पीना तो तेरा बचपन का शौक है..... पीजे, बर्गर तो तुम को राष्‍ट्रपति बनने के बाद मिले। गुस्‍से में लाल पीले ओबामा ताव में आकर..... बे गैरत.. जुबान को लगाम दे..वरना तेरे शरीर में इतने छेद करूंगा कि तू कंफ्यूज हो जाएगा.

म्‍यांमार मामले पर केंद्रीय रक्षा मंत्री ने कहा, आंख दिखाना बुरी बात

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भारतीय जमीन को निरंतर हथियाने के प्रयास हो रहे हैं। कभी चीन की ओर से, कभी पाकिस्‍तान की ओर से, अब फेहरिस्‍त में एक नया नाम जुड़ गया म्‍यांमार का, उधर श्रीलंका ने हमारे तीन सौ से अधिक मछुआरों को गिरफ्तार कर लिया। ऐसे में देश के रक्षा मंत्री से विशेष बातचीत करना बनता है। एंकर - भारतीय सीमा पर म्‍यांमार ने चौंकी स्‍थपित करने का मन बना लिया है। कहें तो चीन और पाकिस्तान के बाद अब छोटा सा मुल्क म्यांमार भी भारत को आंखें दिखाने लगा है। इस बारे में सरकार की क्‍या प्रतिक्रिया है ? केंद्रीय रक्षा मंत्री - हमारा देश राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी, जिनको अहिंसा के पुजारी कहा जाता है, की विचारधारा का अनुसरण करता है। महात्‍मा ने कहा है कि बुरा देखना मना है, और आंख दिखाना बुरी बात है, ऐसे में भारत इसको नहीं देख सकता। जब देख नहीं सकते तो कोई प्रतिक्रिया देने की जरूरत नहीं लगती। एंकर - ऐसे में तो म्‍यांमार के हौसले बढ़ जाएंगे ? केंद्रीय रक्षा मंत्री - चीन के सैनिक किस दिन काम आएंगे, यह हिस्‍सा उनको सुपुर्द कर दिया जाएगा, वे खाली करवाकर हम को सौंप देंगे, क्‍यूंकि चीन गांधी के नियमों का अनु

भारत सरकार और डॉलर में होगी सीधी वार्ता

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डॉलर द्वारा भारतीय रुपये पर हो रहे निरंतर हमलों से सरकार पूरी तरह चिंतित है, लेकिन सरकार सोच रही है कि केवल चिंतन मंथन करने से काम नहीं चलेगा, अब पानी सिर से ऊपर निकल चुका है, ऐसे में डॉलर के साथ बैठकर आमने सामने बात करनी ही होगी।  सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सरकार बहुत जल्‍द डॉलर के साथ बैठकर इस विषय पर बात करेगी। सरकारी अधिकारियों का कहना है कि सरकार इस मामले में तीन दौर की बैठक का आयोजन कर सकती है। उम्‍मीद है कि डॉलर रुपये को इज्‍जत देने के लिए तैयार हो जाएगा, और इस समझौते से रुपये की गिरती हालत में सुधार होगा। डॉलर का रुपये के प्रति कड़ा रुख वैसे तो सरकार से बर्दाशत नहीं होता, लेकिन वार्ता के दौरान सरकार शांति व गांधीगिरी से काम लेगी। उधर, जब इस बारे में वित्‍त मंत्री से संपर्क साधा गया, और रुपये की दिन प्रति दिन बिगड़ रही तबीयत के बारे में पूछा गया तो उन्‍होंने कहा, लोगों को डॉलर की खरीददारी पर अंकुश लगाने की अपील की जा रही है, लेकिन लोग डॉलर खरीदने में अधिक दिलचस्‍प ले रहे हैं, उनको लग रहा है कि डॉलर भी सोने की तरह अच्‍छा रिटर्न देगा। साले पागल लोग। सरका

जांच कमेटी हमारी, रिपोर्ट हमारी तो 'फैसला' किसी का

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अरे भैया। राजनेताओं से भी आगे निकल गई बीसीसीआई। संगत की रंगत है। खुद कमेटी बिठाते हैं। खुद जांच रिपोर्ट तैयार करते हैं, और खुद को देते हैं क्‍लीन चिट। हां, हां, अपने एन श्रीनिवासन के दामाद और भारतीय दामाद की भारत कर रहा हूं। भारतीय दामाद! चौंकिए मत। बताता हूं भाई। बताता हूं भाई। राज कुंदरा साहिब, जो अपनी पहली वाली छोड़कर 'इंडियन गर्ल' शिल्‍पा शेट्टी से शादी बनाए हैं।  शिल्‍पा शेट्टी, जो भारतीय मंच पर एक गोरे को सरेआम पप्‍पी देती हैं, तो विदेशी मंच पर मगरमच्‍छ के आंसू बहाकर विश्‍व से हमदर्दी बटोर चुकी हैं। प्‍यार के चक्‍कर में पहली वाली छोड़ी। विदेश छोड़ा, देश आ गए। हां, हां, राज कुंदरा पर लौट रहा हूं, और भारतीय पत्‍नि के कहने पर भारतीय खेल में पैसे का निवेश किया, निवेश तो बिजनस में होता है, लेकिन भारत में क्रिकेट ऐसा खेल है, जो सिर्फ और सिर्फ अपने लिए खेला जाता है, लेकिन हम समझ नहीं पाते, हमको लगता है कि क्रिकेट मैदान पर चल रहा खेल हमारे लिए है।  खेल मैदान के पीछे भी खेल चलता है। इसमें भी ताऊ चोखी कमानीहै। सट्टा लगाओ, खूब कमाओ, लेकिन लिंक किसी बीसीसीआई के पदाधिकारी स

भाजपा का खेल, टेस्‍ट मैच के अंतिम दिन सा

क्रिकेट के मैदान पर अक्‍सर जब दो टीमें होती हैं, खेलती हैं तो यकीनन दोनों टीमें अपना बेहतर प्रदर्शन देने के लिए अपने स्‍तर पर हरसंभव कोशिश करती हैं, ताकि नतीजे उनकी तरफ पलट जाएं, लेकिन भारतीय राजनीति की पिच पर वैसा नजारा नहीं है। यहां तो केवल भारतीय जनता पार्टी, जो एनडीए की सबसे बड़ी और अगुवाईकर्ता पार्टी है, खेल रही है, पूरा ड्रामा रच रही है। अहम मुद्दों पर चर्चा कर पक्ष को हराने की बजाय उसका पूरा ध्‍यान मैच के अंदर खलन पैदा कर सुर्खियां बटोरना है, वे एक मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाते हुए नजर नहीं आ रही, वे केवल एक राज्‍य के विकास के दम पर राजनीति ब्रांड बना चुके चेहरे के इस्‍तेमाल पर सत्ता हथियाना चाहती है। भाजपा का रवैया केवल उस टेस्‍ट टीम सा है, जो टेस्‍ट मैच के अंतिम दिन समय बर्बाद करने के लिए हर प्रकार का हथकंड़ा अपनाती है। भाजपा ने पहला ड्रामा रचा। जब राष्‍ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक गोवा में होनी थी। कुछ नेताओं ने वहां जाने से इंकार कर दिया, तो कुछ ने अनचाहे मन से वहां जाना बेहतर समझा। ख़बरों में थी भाजपा, और विरोधी टीम के इक्‍का दुक्‍का बयानबाज नेता। इस बैठक के

पाकिस्तान में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 6 अगस्त को

इस्लामाबाद: पाकिस्तान में अगले राष्ट्रपति का चुनाव 6 अगस्त को मौजूदा राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी का कार्यकाल समाप्त होने से दो दिन पहले किया जाएगा। मुख्य निर्वाचन आयुक्त फकरूद्दीन जी इब्राहिम ने चुनाव के लिए प्रस्तावित तारीखों का अनुमोदन कर दिया है। अधिकारियों के हवाले से मीडिया में आज यह जानकारी दी गई है। इस समय दुबई और लंदन की निजी यात्रा पर गए जरदारी अगला राष्ट्रपति पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे। उनके प्रवक्ता फरहतुल्ला बाबर ने सोमवार को यह जानकारी दी थी। बाबर ने इन अफवाहों का भी खंडन किया था कि जरदारी अपने कार्यकाल की समाप्ति से पूर्व पाकिस्तान नहीं लौटेंगे । नेशनल और प्रांतीय असेम्बलियों में राजनीतिक दलों के संख्या बल के अनुसार, प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की सत्तारूढ़ पीएमएल (एन) पार्टी का उम्मीदवार आराम से चुनाव जीत जाएगा। चार प्रांतीय असेम्बलियां और संसद के दोनों सदन राष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचक मंडल का गठन करते हैं और मतदान असेम्बलियों में कराया जाता है। सरकारी कार्यक्रम के अनुसार, राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 24 जुलाई होगी। नाम

कहीं विलेन न बन जाएं

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बरिया की नई नई नौकरी लगी थी। बरिया बेहद मेहनती युवा था। काम के प्रति इतना ईमानदार कि पूछो मत, लेकिन बरिया जहां नौकरी करता था, वहां कुछ कम चोर भी थे। बरिया साधारण युवा नहीं जानता था कि जमाना बदल चुका है। मक्‍खनबाजों का जमाना है। काम वालों की भी जरूरत है, क्‍यूंकि घोड़ों की भीड़ में गधे भी चलते हैं। बरिया सबसे अधिक काम करता। वो हर रोज अपने हमरुतबाओं से अधिक वर्क काम करता, जैसे गधा कुम्‍हार के लिए। मगर कुछ दिनों बाद बरिया निराश रहने लगा। उसको लगा, उसके साथी सारा दिन गपशप मारते हैं, वो कार्य करता है, लेकिन उसका बॉस उसको उतना ही मानता है, जितना के उसके हमरुतबाओं को। बरिया उदास परेशान कई दिनों तक तो रहा, लेकिन अब उसके भीतर बैठा इंसान सब्र खोने लगा। वो कुछ भी बर्दाशत करने को तैयार नहीं था। वो अगले दिन बॉस के टेबल पर पहुंचा। उसने अपने हमरुतबाओं के कार्यशैली की भरपूर निंदा की, जो उसका बॉस अच्‍छी तरह पहले से जानता था। बॉस भी मन ही मन में सोच रहा था, अगर वो काम करने लायक होते तो तेरी जरूरत किसे थी। बॉस ने ध्‍यान से शिकायत को सुना। इस दिन के बाद बरिया को शिकायतों की लत लग गई। छोटी छोटी बातों पर

मीडिया की सुर्खियों में मुम्‍बई की सनमीत

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बिहार के सुशील कुमार के बाद मुम्‍बई की सनमीत कौन साहनी ने पांच करोड़ रुपए जीतकर मीडिया में सुर्खियां बटोर ली है। खासकर सनमीत कौर साहनी ने यह ईनाम राशि उस वक्‍त जीती है, जब पूरा मीडिया महिलामय हो चुका है। ऐसे में सनमीत कौर साहनी को सुर्खियां मिलना लाजमी है। बीबीसी हिन्‍दी ने इस ख़बर को 'केबीसी: 12वीं पास महिला ने जीते पाँच करोड़' हैंडलाइन के साथ प्रकाशित किया है। शायद मीडिया को लगता है कि सामान्‍य ज्ञान  केवल बड़े बड़े डिग्री होल्‍डर के पास है, तभी तो मीडिया हैंडिंग हैरतजनक बनाया, 12वीं पास महिला ने पांच करोड़ जीत लिए, इस ख़बर के अंदर बताया गया है कि सनमीत कौर साहनी बच्‍चों को ट्यूशन पढ़ाती हैं। वहीं मुम्‍बई के प्रसिद्ध समाचार पत्र मिड डे ने इस ख़बर को ' वूमैन विन्‍स पांच करोड़ ऑन केबीसी' के टाइटल तले प्रकाशित की। इस टाइटल को पढ़ने के बाद उम्‍मीद है कि पुरुष थोड़ा सा शर्मिंदा होंगे, और तपाक मुंह से निकलेगा ' महिला ने जीते पांच करोड़ '। अगर गम्‍भीरता से देखा जाए तो यह हैंडिंग भी अचकितवाचक लगता है। इतना ही नहीं, मुम्‍बई वासियों को खुश करने के लिए वुमैन के आगे

अब बलात्‍कारी भी होंगे ऑन लाइन !

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#उलटी चप्‍पल   अगर आप बलात्‍कारियों से नरफत करते हैं, और आप उनकी सुपारी देना चाहते हैं, तो आपके लिए एक अच्‍छी ख़बर है कि सरकार बहुत जल्‍द बलात्‍कारियों की वेबसाइट पर पूरी जानकारी डालेगी, जिसमें उनका नाम, फोटो एवं घरे के पते आदि शामिल होंगे। अभी तो फिलहाल गृह राज्यमंत्री आर पी एन सिंह ने राष्ट्रीय अपराध रेकॉर्ड ब्यूरो को इतना ही करने का निर्देश दिया है। अगर गुप्‍त पूर्वानुमान कर्ताओं की मानें तो सरकार आने वाले समय में बलात्‍कारियों को जेलों में कम्‍प्‍यूटर एवं इंटरनेट मुहैया करवाकर देगी एवं फेसबुक या अन्‍य सोशल साइट माहिरों से संपर्क कर एक अच्‍छी चैट एपिलकेशन का प्रबंध भी करेगी, ताकि बलात्‍कारी अपने विचारों का आदान प्रदान कर सकें। बलात्‍कार का शिकार हो चुकी युवतियां, महिलाएं एवं बच्‍चियां अपने पर कहर ढहाने वालों से बातचीत कर अपने मन की भड़ास निकाल सकें या फिर अपने घर पर लगे कम्‍प्‍यूटर की स्‍क्रीन पर उनको वीडियो चैट पर लेकर जूते आदि मार सकें। सरकार ने यह कदम लोगों की पुरजोर आ रही मांग को देखते हुए उठाया है, जिसमें कहा जा रहा था, बलात्‍कारियों को सार्वजनिक करो, उनको सार्वजनिक सज

धोनी ब्रिगेड ने निभाया अतिथि देवो भव: धर्म : #उलटी चप्‍पल

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#उलटी चप्‍पल कल बैंगलोर में खेले गए पहले टी 20 मैच में मेहमान टीम ने जीत दर्ज करते हुए दो मैचों की सीरिज में मेजबान टीम को एक जीरो से पछाड़ दिया। मेहमान टीम भारतीय क्रिकेटरों की मेहमान निवाजी से बेहद खुश है। आए हुए मेहमानों में एक भारतीय दामाद भी हैं, सानिया के शौहर। कल का सारा मैच उनके नाम ही रहा, क्‍यूंकि वो अंत तक नाबाद रहने में सफल रहे। उधर, भारतीय टीम ने मैच हराने के बाद कहा कि उन्‍होंने मेहमानों को खुश करने के लिए शत प्रतिशत सहयोग किया। हमें नहीं लगता कि हमने मेहमान को खुश करने में कोई कसर बाकी छोड़ी है। इससे पहले भी हमने 28 सालों से जीत का सपना देख रहे इंग्‍लैंड निवासियों को यहां से खुश करके भेजा। इस सीरिज के दूसरे मैच के लिए हम पूरी तरह तैयार हैं, हम नहीं चाहते कि मेहमान कोई किसी भी प्रकार की निराशा का सामना करना पड़े। उधर, बीसीसीआई पाकिस्‍तानी क्रिकेट बोर्ड से निरंतर संपर्क कर रही है एवं निवेदन कर रही है कि पाकिस्‍तानी खिलाड़ियों को आईपीएल में खेलने की अनुमति दें। अगर खुफिया सूत्रों की माने तो धोनी ब्रिगेड के अतिथि देवो भव: धर्म निभाने से बीसीसीआई की साख़ निरंतर गिरती जा