पहले मां बनो, फिर बनो पत्‍नी

टोटोपाडा के जंगल से बॉलीवुड तक | हम नया कुछ नहीं करते, हम पुराने को तरीकों फिर से दोहराते हैं, लेकिन ख़बरों में आने के बाद वो नया सा लगने लगता है चाहे वो योग या फिर लिव इन रिलेशन का कनेक्‍शन।

भारत भूटान सीमा पर एक टोटोपाडा नामक ऐसी जगह है, जहां आज भी शादी से पहले लड़की को गर्भवती होना पड़ता है। कहते हैं कि टोटो जनजाति समुदाय के लड़के को जो लड़की पसंद आती है, वो उसके साथ फरार होता है एवं लड़का लड़की एक साथ रहते हैं, कुछ महीनों बाद जब लड़की गर्भधारण कर लेती है तो लड़की को शादी के काबिल माना जाता है। भले ही हम हिन्‍दी फिल्‍मों में कुछ महिलाओं को त्रासदी झेलते देखते हैं, जब वो अपने प्रेमी से कहती हैं, जोकि फिल्‍म में विलेन है, लेकिन लड़की के लिए प्रेमी, मैं तुम्‍हारे बच्‍चे की मां बनने वाली हूं।
मगर बॉलीवुड की कहानी भी रुपहले पर्दे से बेहद अलग है, जहां बहुत सी अभिनेत्री हैं, जो टोटोपाडा की प्रथा को बॉलीवुड में स्‍थापित कर चुकी हैं। ख़बरों की मानें तो बॉलीवुड की सदाबाहर अभिनेत्री श्रीदेवी ने बोनी कपूर से उस समय शादी की थी, जब वह करीबन सात माह की गर्भवती थी।

परदेस से बॉलीवुड में प्रवेश करने वाली महिमा चौधरी ने अपने गर्भवती होने की रिपोर्ट देकर सब को चौंका ही दिया था, क्‍यूंकि रितु से महिमा बनी परदेस गर्ल ने कब शादी कर ली, मीडिया तक को ख़बर नहीं थी, ख़बर तब हुई, जब महिमा चौधरी ने कहा, मैं गर्भवती हूं। कहते हैं कि कईयों के साथ अफेयर को लेकर चर्चाओं में रही महिमा चौधरी ने चुपके से बॉबी मुखर्जी को अपना बना लिया।

श्रुति हसन, जिसके अभी तक रुपहले पर्दे पर कदम नहीं जम सके, के होने से पूर्व उनकी माता सारिका ठाकुर का कमन हसन के साथ लव चल रहा था, जिसको लेकर कमल हसन की पहली बीवी बेहद परेशान थी। इस दौरान सारिका ने श्रुति हसन को जन्‍म दिया, जिसके बाद कमल हसन ने सारिका से शादी की एवं कुछ सालों बाद दोनों अलग हो गए।

लीक से हटकर एवं गम्‍भीर अभिनय के लिए जानी जाने वाली अभिनेत्री कोंकणा सेन शर्मा ने सितम्‍बर 2010 में अभिनेता रणवीर शौरी से शादी की एवं अगले साल मार्च में एक बच्‍चे को जन्‍म दिया। इससे यह बात तो स्‍पष्‍ट होती है कि कोंकणा सेन शादी से पूर्व गर्व धारण कर चुकी थी।

लगता है कि टोटोपाडा से निकलकर बॉलीवुड में घुस चुकी प्रथा, अब धीरे धीरे मैट्रो सिटी में भी प्रवेश करने से भी नहीं हिचकाएगी। कुछ शहरों में तो ऐसा हो भी रहा है, लेकिन इज्‍जत न चली जाए के कारण सामने नहीं आते, बॉलीवुड में तो ख़बर रुकती नहीं। वहां तो दुष्‍प्रचार भी पब्‍लसिटी के लिए हिट फार्मूला है।

टिप्पणियाँ

  1. फिल्म वाले तो हर प्रथा को कुछ जल्दी ही अपनाते हैं .सार्थक प्रस्तुति .बधाई और आभार बहुत सी जानकारियां देने के लिए न्यायालय का न्याय :प्रशासन की विफलता

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  2. सार्थक पोस्टत, लिखते रहें, पढ़ते रहें

    'आम आदमी' की दस्ततक, मीडिया को दस्तk
    अन्नाम हजारे के साथ लोकपाल बिल पारित करवाने के लिए संघर्षरत रहे अरविंद केजरीवाल ने जैसे 'आम आदमी' से राजनीति में दस्तजक दी, तो मीडिया को दस्तए लग गए। कल तक अरविंद केजरीवाल को जननेता बताने वाला मीडिया नकारात्ममक उल्टि यां करने लगा। उसको अरविंद केजरीवाल से दुर्गंध आने लगी। अब उसके लिए अरविंद केजरीवाल नकारात्ममक ख़बर बन चुका है। next.me आभार.

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