गायब हो रहे हैं टिप्पणी बॉक्स
आज सब ब्लॉगरों को पढ़ने की इच्छा थी, लिखने की बिल्कुल नहीं। लेकिन जब पढ़ते पढ़ते पी.सी.गोदियाल जी के ब्लॉग पर पहुंचा तो क्या देखता हूँ कि टिप्पणी बॉक्स गायब है। अब वहाँ पर अपने विचार भी व्यक्त नहीं कर सकता। अब उनके ब्लॉग पर नहीं लिख सकता कि उन्होंने कितना अच्छा लिखा है और कितना साधारण लिखा है। ऐसे ही और कई ब्लॉग हैं, जो ऐसा करने से मना कर देते हैं। आखिर ऐसा क्यों हो रहा है कि टिप्पणी बॉक्स गायब हो रहे हैं। ये ब्लॉगवुड है, बठिंडा नहीं कि नगर निगम वालों ने रात को सीवरेजों के ढक्कन लगाए और सुबह होते ही गायब हो गए। यहाँ टिप्पणी बॉक्स खुद हटाए जाते हैं। ऐसा नहीं कि टिप्पणी बॉक्स गलती से गायब हो गए, इनको सोच समझकर एक लम्बे अध्ययन के बाद गायब किया गया है। शायद उन्होंने अध्ययन में पाया कि हमारे कुछ टिप्पणीकर्ता अपने ब्लॉग पते देने के लिए इन टिप्पणी बॉक्सों का गलत इस्तेमाल करते हैं, कहीं कहीं तो पाया गया है कि लेख कुछ और होता है और टिप्पणी कुछ और।
पिछले दिनों ब्लॉगवुड में घुघूती बासूती ब्लॉग पर लिखी एक पोस्ट भी कुछ ऐसा ही बयान करती थी। क्या उस पोस्ट में घुघूती बासूती ने खुद ही पढ़ लीजिए।
अरे भइया कुछ तो 'वेरी गुड' लायक भी होगा! क्या वेरी गुड के लिए अपने पूरे खानदान को मरवाना होगा या भैंसो के पूरे तबेले को? बात यह है कि बचपन से 'वेरी गुड' पाने की आदत पाली हुई है, जब भी अध्यापक बिना 'वेरी' वाला 'गुड' देते थे तो मन असन्तुष्ट ही रहता था, आज भी यह बीमारी लगी ही हुई है।
घुघूती बासूती
एक दिन अन्य ब्लॉगर साथी से बात हुई तो उसने कहा, मैंने टिप्पणी बॉक्स इसलिए बंद कर दिया क्योंकि यहाँ गिव इन टेक का मस्ला है, एक हाथ लो और दूसरे हाथ दो। कुछ टिप्पणी बॉक्स तो ऐसी घटनाओं के कारण बंद हो गए, लेकिन कुछ ब्लॉग इन टिप्पणी बॉक्सों की वजह से बंद हो गए। किसी ने अपनी प्रतिक्रिया जरा सख्ती से दे डाली तो सामने वाला कोर्ट केस करने की धमकी दे डालता है। इतना ही नहीं कुछ लोग तो ब्लॉग बंद कर अपने अपने घरों को चले गए।
बस अंत में इतना ही कहूँगा दोस्तो, जितना मीठा डालोगे, उतनी मिठास आएगी।
पिछले दिनों ब्लॉगवुड में घुघूती बासूती ब्लॉग पर लिखी एक पोस्ट भी कुछ ऐसा ही बयान करती थी। क्या उस पोस्ट में घुघूती बासूती ने खुद ही पढ़ लीजिए।
आप एक पोस्ट लिखते हैं यह बताते हुए कि आपकी भैंस मर गई।
टिप्पणी आती है गुड।
आप एक पोस्ट लिखते हैं यह बताते हुए कि आपके पिताजी मर गए।
टिप्पणी आती है गुड।
आप एक पोस्ट लिखते हैं यह बताते हुए कि आपके ऊपर मुकदमा किया गया है।
टिप्पणी आती है गुड।
आप एक पोस्ट लिखते हैं यह बताते हुए कि आप अब ब्लॉगिंग से सन्यास ले रहे हैं।
टिप्पणी आती है गुड।
आप एक पोस्ट लिखते हैं यह बताते हुए कि आप टिप्पणी करने वालों की ठुकाई करेंगे।
टिप्पणी आती है गुड।
टिप्पणी आती है गुड।
आप एक पोस्ट लिखते हैं यह बताते हुए कि आपके पिताजी मर गए।
टिप्पणी आती है गुड।
आप एक पोस्ट लिखते हैं यह बताते हुए कि आपके ऊपर मुकदमा किया गया है।
टिप्पणी आती है गुड।
आप एक पोस्ट लिखते हैं यह बताते हुए कि आप अब ब्लॉगिंग से सन्यास ले रहे हैं।
टिप्पणी आती है गुड।
आप एक पोस्ट लिखते हैं यह बताते हुए कि आप टिप्पणी करने वालों की ठुकाई करेंगे।
टिप्पणी आती है गुड।
अरे भइया कुछ तो 'वेरी गुड' लायक भी होगा! क्या वेरी गुड के लिए अपने पूरे खानदान को मरवाना होगा या भैंसो के पूरे तबेले को? बात यह है कि बचपन से 'वेरी गुड' पाने की आदत पाली हुई है, जब भी अध्यापक बिना 'वेरी' वाला 'गुड' देते थे तो मन असन्तुष्ट ही रहता था, आज भी यह बीमारी लगी ही हुई है।
घुघूती बासूती
एक दिन अन्य ब्लॉगर साथी से बात हुई तो उसने कहा, मैंने टिप्पणी बॉक्स इसलिए बंद कर दिया क्योंकि यहाँ गिव इन टेक का मस्ला है, एक हाथ लो और दूसरे हाथ दो। कुछ टिप्पणी बॉक्स तो ऐसी घटनाओं के कारण बंद हो गए, लेकिन कुछ ब्लॉग इन टिप्पणी बॉक्सों की वजह से बंद हो गए। किसी ने अपनी प्रतिक्रिया जरा सख्ती से दे डाली तो सामने वाला कोर्ट केस करने की धमकी दे डालता है। इतना ही नहीं कुछ लोग तो ब्लॉग बंद कर अपने अपने घरों को चले गए।
बस अंत में इतना ही कहूँगा दोस्तो, जितना मीठा डालोगे, उतनी मिठास आएगी।
आभार
कुलवंत हैप्पी
आपकी पूरी पोस्ट पर सिवाय VERY VERY GOOD GOOD NICE NICE के अलावा क्या कह सकता हूं?
जवाब देंहटाएंरामराम
vicharneey...........comment ke naam par wah wahee kee apeksha...........
जवाब देंहटाएंsab kee soch to eksee nahee ho saktee.........
sujhav madad hee karate hai............
good post........
How is Ridham doing?
Ye post se related nahee par apanatv se juda hai prashn.......
वेरी गुड ----------------------------------- वेरी गुड ----------------------- वेरी गुड । आशीर्वाद
जवाब देंहटाएंगुड-गुड , पर ऐसा नहीं होना चाहिए ।
जवाब देंहटाएंजहाँ तक टिप्पणी में होसके तो ........गुड , वैरी गुड के साथ लेख के हिसाब से कमियों को भी गौर कराना चाहिए......ऐसा मेरा मानना है .
जवाब देंहटाएंआज कल लोग बहुत जल्दी में है ना तो ऐसे ही प्रतिक्रिया दिखाते है मैटर चाहे कुछ भी हो...
जवाब देंहटाएंबस अंत में इतना ही कहूँगा दोस्तो, जितना मीठा डालोगे, उतनी मिठास आएगी।
जवाब देंहटाएंहम भी कईं दिनों से इस पर विचार कर रहे हैं कि टिप्पणी बाक्स अब बन्द कर ही दिया जाए......
जवाब देंहटाएंमैंने भी गोदियाल जी की पोस्ट पढ़ी और टिप्पणी करने के लिए बड़ी ढूंढ मचायी लेकिन नहीं था बाक्स तो भला कहाँ से मिलता। भैया जिन्दगी में तो पत्र आने बन्द हो गए लेकिन यहाँ तो लेटर-बाक्स ही उठा लिया गया है। ये सब कमजोर दिल के लोग हैं अरे कभी मेरी राम-कहानी सुनना, मैंने क्या-क्या नहीं झेला लेकिन फिर भी हिम्मत नहीं हारी। एकाध टिप्पणी से ही घबरा गए?
जवाब देंहटाएंchalo ab very good kah dete hain.
जवाब देंहटाएंhttp://www.fnur.bu.edu.eg/
हटाएंhttp://www.fnur.bu.edu.eg/fnur/
http://www.fnur.bu.edu.eg/fnur/index.php/departements
http://www.fnur.bu.edu.eg/fnur/index.php/medical-surgical
http://www.fnur.bu.edu.eg/fnur/index.php/community-health
http://www.fnur.bu.edu.eg/fnur/index.php/nursing-administration
http://www.fnur.bu.edu.eg/fnur/index.php/mother-health-obstetrics
http://www.fnur.bu.edu.eg/fnur/index.php/mental-health
http://www.fnur.bu.edu.eg/fnur/index.php/pediation-nursing
http://www.fnur.bu.edu.eg/fnur/index.php/dean-word
http://www.fnur.bu.edu.eg/fnur/index.php/about-faculty
http://www.fnur.bu.edu.eg/fnur/index.php/about-faculty/tip
http://www.fnur.bu.edu.eg/fnur/index.php/about-faculty/vision-mission
http://www.fnur.bu.edu.eg/fnur/index.php/about-faculty/goals
http://www.fnur.bu.edu.eg/fnur/index.php/about-faculty/faculty-administration
http://www.fnur.bu.edu.eg/fnur/index.php/about-faculty/previous-deans
http://www.fnur.bu.edu.eg/fnur/index.php/about-faculty/t-magies-faculty
http://www.fnur.bu.edu.eg/fnur/index.php/about-faculty/faculty-deps
http://www.fnur.bu.edu.eg/fnur/index.php/about-faculty/degrees-offered
http://www.fnur.bu.edu.eg/fnur/images/news/haykal%20tanzim11i.jpg
http://www.fnur.bu.edu.eg/fnur/images/news/maaeer%20eetemad01_Page_1.jpg
http://www.fnur.bu.edu.eg/fnur/images/news/kheta%20maaeer.pdf
http://www.fnur.bu.edu.eg/fnur/images/news/khta%20edaria.pdf
अहा ! मुझे नहीं पता था कि बठिंडा का नगर निगम ब्लागजगत का गुरू भी हो सकता है :)
जवाब देंहटाएंVery GooD
जवाब देंहटाएंकुछ यूँ भी तो हो...
जवाब देंहटाएंथैंक गॉड यहाँ तो मिल गया ।
जवाब देंहटाएं
जवाब देंहटाएंटिप्पणी-बक्सा बहुत बवाल की जड़ है, पर यह भी कोई हल है ?
मुँह सिल लो, खाने की नौबत न लगेगी..
खाओगे नहीं, तो बदहज़मी न होगी
बदहज़मी न होगी, स्वस्थ रहोगे
अब बोलिये, वेरी गुड !