इंदौर आएंगे क्या खाएंगे-पार्ट 2

सुबह सुबह जब आप उठते हैं तो शायद आपको चाय और घर में बना हुआ कुछ खाने को मिल जाए। पंजाब में तो ज्यादातर स्कूली बच्चों और आफिस जाने वालों को चाय के साथ पराठे मिल जाते हैं नाश्ते के तौर पर। मगर इंदौर में सुबह सुबह पोहा जलेबी मिलता है, खासकर उनको जो इस शहर में घर परिवार के साथ स्थापित नहीं, बाहर से आए हुए हैं। इंदौर के हर कोने पर सुबह सुबह आपको लोग पोहा जलेबी खाते हुए मिलेंगे। जब मैं इस शहर में आया था तो तब मैं भी इसका आदि हो गया था, लेकिन धीरे धीरे दूरी बढ़ती गई। पोहे के साथ जलेबी बहुत स्वाद लगती है, लेकिन हम तो पोहा जलेबी के बाद चाय भी पीते थे, हमारा चाय के बगैर चलता नहीं। सुबह सुबह छप्पन पर लोगों की भीड़ आपको हैरत में डाल सकती है, पलासिया स्थित छप्पन दुकान पर लड़के लड़कियों की युगलबंदी तो आम ही मिल जाती हैं। वैसे कहूं तो इंदौर में छप्पन दुकान का नाम लव प्वाइंट भी रखा जा सकता था। कुछ लोग सुबह सुबह पेट की भूख मिटाने आते हैं और कुछ लोग यहां आंखें सेकने और दिल जलाने आते हैं। छप्पन पर प्रेमी परिंदों के लिए हर चीज उपलब्ध है, साईबर कैफे, मिठाई शॉप, आईक्रीम शॉप, गिफ्ट शॉप, रेस्टोरेंट वगैरह वगैरह। यहां पर सुबह दोपहर एवं शाम को पेट पूजा की जा सकती है। यहां पर साउथ इंडियन खाने से लेकर प्रसिद्ध राज्यों के व्यंजनों की लिखी हुई लिस्टें मिल जाएंगी। लेकिन आपको मेरा एक निवेदन है कि सरसों का साग और मक्के की रोटी मत खाना। और तो और छप्पन के सपीम बैंक एटीएम भी हैं, अगर बिल ज्यादा हो जाए तो कोई दिक्कत नहीं, आप एटीएम इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर कहीं छप्पन से दिल भर जाए तो छप्पन से कुछ दिन रेलवे स्टेशन की तरफ टीआई है, जहां पर बिग बाजार, सिनेमाघर, भूत बंग्ला, पिज्जा हट, मैकडोनल के अलावा भी बहुत कुछ है, आज तक इंदौर में सब से ज्यादा भीड़ खींचने वाला मॉल था, लेकिन अब इसको टक्कर देने के लिए सैंटरल मॉल, मंगलसिटी, मॉल 21 आदि खुल चुके हैं। बोर होने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता। टीआई में तो पिज्जा हट एवं मैकडोनल के अलावा राजधानी रेस्टोरेंट भी है, इसका खाना महंगा जरूर है लेकिन स्वादिष्ट भी बहुत है। इसके अलावा आप अगर मंगलसिटी की तरफ रुख करते हैं तो आपको चाट चौपाटी रेस्टोरेंट मिल जाएगा। शाम को यहां पर खूब भीड़ रहती हैं, सब कुछ वाजिब दाम में जो खाने को मिल जाता है। टीआई से मंगलसिटी जाते हुए रास्ते में एबी रोड पर उत्तम भोग है, जिसके व्यंजन भी उत्तम हैं खाने के लिए। अगर आप घासा फूस के अलावा भी कुछ खाते हैं तो आप नफीस जा सकते हैं, ये भी एबी रोड स्थित है। कहते हैं कि नफीस फिल्म सितारे सलमान खान के चाचा है, लेकिन इसमें कितनी सचाई है ये तो सलमान खान को मिलकर ही पता करनी पड़ेगी। नफीस के अलावा इंदौर में मदनी भी नॉन वेज खाने के लिए मशहूर है, बिल्कुल रेलवे स्टेशन के पास। लेकिन मैंने दोनों जगह चखा नहीं क्योंकि मैं तो केवल घास फूस खाता हूं।

टिप्पणियाँ

  1. लगे रहो इंदौरी भाई कोई दुकान मत छोड़ना हमें भी नया अड़्डा पता चलेगा खाने के लिये, अभी तक जितनी आपने बताई है वहाँ तो हम खा चुके हैं, एक संतुष्टी रेस्टोरेंट भी था जो अब बंद हो गया है। गुरुकृपा तो सदाबहार है।

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  2. मजा आ गया भई....यूं ही नए नए खान पान के विवरण देते रहो....पढऩे में लुत्फ आ रहा है।

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  3. ये बढ़िया जानकारी दे दी आपने.

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  4. अच्छी जानकारी दी है।
    आप जो खिलाओगे वो खा लेंगे।

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  5. एक अच्छी जानकरी .........

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  6. अब तो मन बना लिया है कि एक बार इन्दौर जरूर आयेंगे बस लगे रहे हम भी लिस्ट बना रहे हैं ।धन्यवाद्

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