बदनाम हुए तो क्या हुआ
'बदनाम हुए तो क्या हुआ, नाम तो हुआ' ये पंक्ति बहुत बार सुनी होगी जिन्दगी में, लेकिन मैंने तो इसको कुछ समय से सत्य होते हुए भी देख लिया। इस बात को सत्य किसी और ने नहीं बल्कि हिंदुस्तानी मनोरंजक चैनलों ने कर दिखाया है। राखी सावंत से लेकर विश्व प्रसिद्धी हासिल शिल्पा शेट्टी तक आते आते कई ऐसे नाम मिल जाएंगे, जो इस बात की गवाही भरते हैं कि बदनाम हुए तो क्या हुआ नाम तो हुआ। कल तक अनुराधा बाली को कोई नहीं जानता था, लेकिन जैसे ही वो फिजा के नाम से बदनाम हुई तो रियालिटी शो बनाने वालों की निगाह सबसे पहले उस पर पड़ी, बेशक रियालिटी शो बनाने वाले शो का फोर्मेट तक चुराते हैं। फिजा को इस जंगल से मुझे बचाओ में ब्रेक देकर सोनी टेलीविजन वालों ने उस कड़ी को आगे बढ़ाया, जिसको क्लर्स ने मोनिका बेदी, शिल्पा शेट्टी एवं महरूम जेड गुडी को ब्रेक देकर शुरू किया था। मोनिका अबू स्लेम के कारण बदनाम हुई, तो शिल्पा शेट्टी पहले जेड गुडी के कारण और फिर रिचर्ड गेयर के कारण बदनाम हुई, क्लर्स टीवी ने बदनाम महिलाओं को ही नहीं बल्कि राहुल महाजन एवं राजा चौधरी को भी जगह दी, जिन्होंने असल जिन्दगी में अपना घर उजाड़ने के बाद अखबारों में खूब सूर्खियां बटोरी। रविवार को इलेश की होने का दावा करने वाली राखी सावंत कभी मीका द्वारा किस किए जाने, तो कभी अभिषेक अवस्थी के साथ प्यार का ढोंग रचने के कारण सुर्खियों में बरकरार रही। जिसका फायदा एनडीटीवी एमेजिन ने उठाया और रच दिया स्वयंवर। टीवी वाले अपनी टीआरपी बढ़ाने के लिए कुछ भी करेंगे, किस भी हद तक जाएंगे। इस बात का पता तो इतने बदनाम लोगों को जगह देने से ही चलता है। मुझे तो लगता है कि अगर अबू सलेम और अफजल गुरू को राहत मिलती है तो कोई न कोई टीवी वाला उनको अपने अगले रियालिटी शो के लिए साईन कर लेगा। और बनाएगा हिंदुस्तान की सैलेब्रिटी। ए टीवी वालों कुछ तो शर्म करो, नहीं कहते के जेब न गर्म करो...पैसा भी कमाओ, जो जी में आए दिखाओ, पर इन बदनामों से तो हम को बचाओ।
एक आंसू गिरा उसकी आंख से....
एक आंसू गिरा उसकी आंख से....
bilkul sahi farmaya aapne
जवाब देंहटाएंबिल्कुल सही कहना है भाई आपका, जितना नाम फिल्म के हीरो का होता है उतना ही नाम विलेन का भी होता है।
जवाब देंहटाएंबदनामी में जितना नाम
जवाब देंहटाएंउतना नहीं होता बदकाम।
solah aane sach......bahut badhiya
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