एक कविता ब्लॉगरों के नाम

देखा नहीं,
और कहीं,
नई सड़क स्थित कस्‍बा के रहवासी

हर ब्लॉग पर है पता इनका
सवार रहते हैं उड़न तश्तरी
समीर नाम जिनका

अविनाश हैं
कीबोर्ड के खटरागी,
टिप्पणियों के रूप में
कविताएं जिन्होंने दागी

जैसे जैसे ब्लॉग पढ़ता जाऊं
समयचक्र के साथ आगे बढ़ता जाऊंगा
कभी कभी कुछ ख़ास लेकर आऊंगा

टिप्पणियाँ

  1. बहुत सुन्दर रचना मै आपका आभारी हूँ .

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  2. बेनामी3/22/2009 6:13 pm

    क के या काके कुलवंत
    अब क से कवि

    बन रहे हैं

    वे भी कविता मनपसंद

    रोचक लिख रहे हैं।

    जवाब देंहटाएं
  3. बेनामी3/23/2009 1:51 am

    कुलवंत की वाकपटूता में है कुछ बात,
    सच पुराना नहीं, युवा है
    इनके सोच व ख्‍यालात।
    बधाईद, आगे बढिए।

    जवाब देंहटाएं
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