लड़का होकर डरते हो...

बात है आज से कुछ साल पहले की, जब मैं शौकिया तौर पर अपने एक बिजनसमैन दोस्त के साथ रात को मां चिंतपूर्णी का जागरण करने जाया करता था और आजीविका के लिए दैनिक जागरण में काम करता था। एक रात उसका फोन आया कि क्या हैप्पी आज जागरण के लिए जाना है? मैंने पूछा कहां पर है जागरण?, तो उसने कहा कि हरियाणा की डबवाली मंडी में है, जो भटिंडा शहर से कोई 20 30 किलोमीटर दूर है. मैंने आठ बजे तक सिटी के तीन पेज तैयार कर दिए थे, और एक पेज अन्य साथी बना रहा था. मैंने अपने ऑफिस इंचार्ज को बोला सर जी मैं जा रहा हूं. एक पेज रह गया वो बन रहा है. तो उन्होंने हंसते हुए कहा, क्या जोगिंदर काका के साथ जा रहा है, मैंने कहा हां जी. इतने में जोगिंदर ने हनुमान चौंक पहुंचते ही कॉल किया. मैं तुरंत ऑफिस से निकला और हनुमान चौंक पहुंचा, वहां से एक गाड़ी में बैठकर मैं डबवाली के लिए रवाना हुआ. पौने घंटे के भीतर हम सब जागरण स्थल पर पहुंच गए और वहां पर मां के भगत हमारा इंतजार कर रहे थे कि कब भजन मंडली वाले आएं और जागरण शुरू करें. लेकिन पहले पेट पूजा, फिर काम कोई दूजा. इस लिए हम सबसे पहले छत पर पहुंचे, जहां पर खाना सजा हुआ था. हमने पेट पूजा करने के बाद स्टेज संभाली. हर बार की तरह इस बार भी जोगिंदर काका ने जागरण का आगाज अपनी अपनी प्यारी प्यारी मनमोहनी बातों से की. और जागरण का श्रीगणेश किया. भगती रंग में रंगे हुए हमको पता ही नहीं चला कि कब सुबह के दो बज गए और दो बजे घरवालों ने प्रसाद एवं चाय बांटनी शुरू की. सब चाय एवं भुजिए बदाने का आनंद ले रहे थे, मैं पानी पीने के लिए अंदर गया तो एक लड़की ने कहा कि तुम्हारा फोन नंबर क्या है. मैं हैरत में पड़ गया, उसकी उम्र ब-मुश्किल 17 की होगी. गोल मटोल चेहरा बेहर प्यारी सूरत॥तो स्वाभिक था कि मैं उसको अपना मोबाइल नंबर देता. मैंने जोगिंदर से पैन लेकर एक कागज के टुकड़े पर नंबर लिखा एवं फिर अंदर गया और कागज का टुकड़ा उसकी तरफ फेंका. इसके बाद जो उसकी जुबां से बोल निकले..आज भी मुझे याद हैं..वो बोली लड़का होकर डरता है. उसके बाद आज तक न तो उसका फोन आया और नाहीं कभी मुलाकात हुई..उसके बाद एक बार उनके घर जाना हुआ था, तो वहां जोगिंदर ने बात निकाल ली, उसको पता था. तो वहां उपस्थित लड़की ने बोला..वो उसकी सलेही थी. जो आजकल कहीं दूसरे शहर में रहती हैं. लेकिन उस लड़की एक बात आज भी याद है वो है..लड़्का होकर डरता है..

टिप्पणियाँ

  1. बेनामी2/17/2009 2:59 pm

    अपना नंबर दिया उसका नहीं लिया..:)

    वाकई डरते हो.. खैर कहीं मीले तो कल वाली पोस्ट दिखा देना..

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  2. हाँ कुछ लड़के भी डरते है....चिंता न करो सामान्य बात है...पर एक शेर याद आया ..
    "वो क्या था जिसे हमने ठुकरा दिया
    मगर उम्र भर हाथ मलते रहे "

    जवाब देंहटाएं

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