प्यार की भी एक मर्यादा हो

भावुकता में न बहकें
क्या हुआ रोशनी? तुम उदास क्यों हो? कुछ नहीं रोहिणी...रोशनी मुझसे तो झूठ मत बोलो। मैं तुम्हारी सहेली हूँ, तुम्हारी रग-रग से वाकिफ हूँ, तुम मुझसे कुछ छुपा रही हो। बोला न नहीं, कुछ भी कहो रोशनी तुम मुझे कुछ छुपा रही हो। बोलो न क्या बात हुई, कहते हैं दुख बाँटने से कम होता है और खुशियाँ बाँटने से बढ़ती हैं। तुम्हें पता है न रोहित के बारे में? हाँ तुम दोनों का प्रेम प्रसंग काफी चर्चा में है। क्या झगड़ा हो गया उससे। प्यार में रूठना-मनाना तो लगा ही रहता है। जिन्दगी में सुख-दुःख दोनों होते हैं। नहीं रोहिणी, बात वह नहीं। कल रोहित और मेरे बीच शुरू हुई तकरार ने एक बड़े झगड़े का रूप ले लिया।हुआ यह कि कल मैं और रोहित फिल्म देखने गए थे। फिल्म देखकर हम जब थिएटर से बाहर निकले तो रोहित ने मुझे कहा कि घर में बहाना बनाकर एक दिन के लिए उसके घर जाऊँ क्योंकि उसके माता-पिता बाहर जा रहे हैं। मैंने उसको मना कर दिया, जिससे वो चिढ़ गया और कहने लगा क्या तुम मुझसे प्यार नहीं करतीं, तो मैंने भी कह दिया क्या तुम मुझसे प्यार नहीं करते। वो शारीरिक संबंध बनाने के लिए पिछले कई दिनों से दबाव डाल रहा है, मैंने उसको कई बार कहा है कि ये सब शादी के बाद, लेकिन वो है कि मानने को तैयार नहीं। बस इस बात को लेकर दोनों में झगड़ा हो गया। तुमने सही किया रोशनी, अगर मैं भी वहाँ पर होती तो शायद ऐसा ही कहती, क्योंकि अगर उसको तुझसे प्यार होगा तो वो इंतजार करेगा और तुमसे इसके लिए माफी माँगेगा। रोशनी तुमको हमारे मोहल्ले वाली किरण तो याद होगी? हाँ वो जिसका लवली के साथ प्यार चल रहा था। वो प्यार नहीं था, लवली उसके साथ धोखा कर रहा था। मैंने उसको कई बार समझाया लेकिन वो सुनती कहाँ थी। लवली ने उसके साथ कई बार शारीरिक संबंध बनाए और जब किरण ने शादी का प्रस्ताव रखा तो लवली ने इनकार कर दिया और बोला उसके घरवाले इसके लिए मना कर रहे हैं। बताओ अब बेचारी किरण कहाँ जाए। तुमने सही कहा रोहिणी, आज अनेक लड़कियाँ नासमझी में अपने प्रेमी पर विश्वास कर शादी से पहले ही गर्भधारण कर लेती हैं और फिर कलंकित होने के डर से गर्भ निरोधक गोलियाँ लेती हैं जिसका असर उनकी आने वाली जिन्दगी पर पड़ता है। इसलिए मैंने सोचा है कि अगर रोहित मुझे प्यार करता है तो वह इस प्यार को शादी तक बिना शारीरिक संबंधों के कायम रखेगा, वरना तो मेरे दिल में भी उसके लिए कोई जगह नहीं। हम लड़कियों को एक विश्वास मार लेता है, हम एक अनजान व्यक्ति के हाथों में खुद को ऐसे सौंप देते हैं, जैसे वो हमारा जनम-जनम का साथी है, लेकिन कितने प्रेमी होते हैं, जो अपनी प्रेमिका को अपने घर के आँगन में दुल्हन बनाकर ले जाते हैं। रोहिणी प्यार करना बुरी बात नहीं, लेकिन प्यार करते समय मर्यादा में रहना बहुत जरूरी है। प्रेमी की बातों में बहकर जो गलतियाँ हम करते हैं, बेशक उनके बारे में हम और वो जानता है, लेकिन जब वो प्यार झूठा निकलता है तो खुद को आईने के सामने हम लुटी हुई पाती हैं। रोहिणी, जिसकी सहेली तेरी जैसी हो, वो जिन्दगी के किसी भी मोड़ पर लड़खड़ाएगी नहीं। किसी ने सही कहा है, अच्छा दोस्त तो वही होता है, जो आपको गलत रास्ते पर जाने से रोके और आज तुमने वही काम किया है।

टिप्पणियाँ

  1. सत्यवचन किन्तु प्यार की मर्यादा के बाद प्यार प्यार रह कहाँ जायेगा!


    ---आपका हार्दिक स्वागत है
    गुलाबी कोंपलें

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