लाजवाब है 'सरकार राज'

निर्देशकः राम गोपाल वर्मा
कलाकारः अमिताभ बच्चन, अभिषेक बच्चन, ऐश्वर्य राय बच्चन, गोविन्द रामदेव, सुप्रिया पाठक, राजेश श्रृगांरपुरी, रवि काले, उपेन्द्र लिमाए।




पिछले साल फ्लाप हैट्रिक मारने वाले राम गोपाल वर्मा ने इस साल की शुरूआत 'सरकार राज' से की. इसमें कोई शक नहीं कि इस फिल्म में रामगोपाल वर्मा ने अपने आपको फिर से साबित करने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी. वर्मा ने इस फिल्म को बहुत बढ़िया ढंग से बनाया है ताकि दर्शक उनकी पुरानी फिल्म 'सरकार' से भी तुलना करना चाहें तो बढ़े शौक से करें क्योंकि यह फिल्म पुरानी सरकार से काफी ज्यादा अच्छी है. इतना ही नहीं रामू गोपाल वर्मा ने फिल्म को इस ढंग से तैयार किया कि दर्शक एक बार भी नजर इधर उधर चुरा नहीं पाते.
फिल्म ‘सरकार राज’ को देखकर कहा जा सकता है, कि राम गोपाल वर्मा ने बॉलीवुड के सफल निर्देशकों के कतार में धमाकेदार वापसी की है. उनके द्वारा बनाई गई ‘सत्या’ और ‘कंपनी’ जैसी फिल्मों की तुलना में कई गुणा बेहतरीन फिल्म है ‘सरकार राज’. फिल्म के सभी पहलू उसे बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त हिट बनाने में मददगार तो होंगे ही, साथ ही इसके तमाम कलाकारों के फिल्मी करियर में यह फिल्म मील का पत्थर जैसी साबित होगी.
फिल्म ‘सरकार राज’ की कहानी का अहम सूत्र है अनिता राजन (ऐश्वर्य राय बच्चन), जो एक अंतर्राष्ट्रीय कम्पनी की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) है। अनिता महाराष्ट्र में एक बिजली प्लांट लगाना चाहती है, जिसके लिए नागरे परिवार से मंजूरी मिलनी बहुत लाजमी होती है. सुभाष नागरे को यह बात कुछ जमती थी, मगर उसके बेटे शंकर नागरे को लगता है कि इस प्लांट के लगने से महाराष्ट्र का फायदा होगा, तो वो प्लांट लगवाने लिए जिम्मा उठाता है. इस दौरान उसके रास्ते में कई रुकावटें आती हैं. जिसमें उसको अपनी पत्नी एवं खुद को भी खोना पड़ता है. शंकर की मौत के बाद खुलकर सामने आती है एक रणनीति एवं साजिश. जो दर्शक को हैरान कर देती है.

एक परिवार की ताकत को उभारती ‘सरकार राज’ की असली कामयाबी इसके संवादों और पटकथा में है। तेजी से बढ़ती घटनाओं के बीच सिनेप्रेमियों को चौंकाने के लिए कुछ कहानी में कुछ दिलचस्प मोड़ भी देखने को मिलेंगे, जो फिल्म के आखिरी 20-25 मिनट में नजर आएंगे. फिल्म ‘सरकार राज’ का अंतिम हिस्सा सबसे बेहतरीन है. राम गोपाल वर्मा ने जहां इस फिल्म के विषय को बड़ी संजीदगी के साथ पेश किया है, वहीं फिल्म ‘सरकार राज’ के कुछ दृश्य गहरी छाप छोड़ते हैं.

इसके अलावा, ‘सरकार राज’ का फिल्मांकन भी बहुत उम्दा है. फिल्म के हर दृश्य पर राम गोपाल वर्मा के निर्देशन की पैनी पकड़ साफ नजर आती है. ‘सरकार राज’ को एक बेहतरीन फिल्म बनाने का श्रेय इसके कहानीकार प्रशांत पांडे को भी जाता है, जिन्होंने पटकथा में कहीं भी ठहराव नहीं आने दिया है.
पूरे फिल्म के बीच में ‘गोविंदा’ के नारे इसके प्रभाव को और गंभीर बनाते हैं।

अमित रॉय की सिनेमाटोग्राफी और अल्लान अमीन का एक्शन भी उम्दा है। फिल्म ‘सरकार राज’ में अदाकारों का अभिनय बेमिसाल है. फिल्म के अंत में उनका वैसा ही कठोर रुप देखने को मिलेगा, ठीक जैसी एक घायल शेर की होती है. इन दृश्यों के जरिए वह फिल्मों को कामयाबी की बुलंदियों पर पहुंचा देते हैं.

‘गुरु’ और ‘युवा’ जैसी फिल्मों में अभिनय करने के बाद अभिषेक बच्चन फिल्म ‘सरकार राज’ में फिल्म जगत के सबसे महान अभिनेता की बराबरी में खड़े नजर आते हैं और हर दृश्य में जान डालते हैं. अभिनय के मामले में दोनों पिता-पुत्र एक दूसरे की बराबरी में नजर आते हैं. वहीं ऐश्वर्य राय बच्चन भी फिल्म ‘सरकार राज’ में अपने पूरे करियर के दौरान सबसे बेहतरीन अंदाज में अभिनय करती नजर आई है. इस फिल्म में दिलीप प्रभावालकर, गोविन्द रामदेव, शयाजी शिंदे, रवि काले और सुप्रिया पाठक सभी कलाकारों ने अपना किरदार बखूबी निभाया है.

कुल मिलाकर कहा जाए तो सरकार राज राम गोपाल वर्मा की एक बेहतरीन पेशकारी है, जिसको देखकर दर्शक वाह वाह कहते हुए नजर आएंगे।

टिप्पणियाँ

  1. Bhai Guna nahi guna hota hai..phir abhishek ne guru me bhi koi khas kam nahi kiya hai..ripitation bahut hai..Cinemetographi shabd ko thik se samjho.

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